पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा द्वारा महिला सुरक्षा के लिए शहर के विभिन्न स्थानों पर नागरिकों के साथ-साथ छात्र छात्राओं को जागरूक करते हुए छेड़छाड़ करने वाले 4 आरोपियों को महिला पुलिस थाना बल्लबगढ़ प्रभारी की टीम ने महिलाओ/लडकियों पर भद्दे कमेंट पास करने वाले 4 मनचलों को काबू करके अच्छा सबक सिखाया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि काबू किए गए आरोपियों में फरीदाबाद के रहने वाले गौरव, नीरज,गौरव और युवराज का नाम शामिल है। इन आरोपियों को बल्लबगढ के कन्या विद्यालय,अग्रवाल कॉलेज, तथा थाना एरिया से काबू किया है। ऐसे मनचलों को काबू करने के लिए महिला पुलिसकर्मी सादी वर्दी में मौजूद रहते हैं।
इसी प्रकार महिला थाना बल्लबगढ़ दुर्गा शक्ति की टीम ने पार्क और मार्कीट से 4 मनचलों को काबू किया। छेड़छाड़ करने वाले युवकों के परिजनो को थाने बुलाया गया तथा उन्हें सख्त हिदायत देते हुए चेतावनी दी गई कि यदि अगली बार वह ऐसी हरकत करते पाए गए तो उन उनके खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी जिसमें उन्हें जेल तक जाना पड़ सकता है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस आमजन को लगातार साइबर अपराध तथा उससे बचने के तरीकों के बारे में जागरूक कर रही है। इसी के अंतर्गत गवर्नमेंट स्कूल चंदावली में महिला थाना बल्लभगढ़ की टीम ने छात्राओं और अध्यापकों को साइबर अपराधों के बारे में पहुंचकर वहां पर मौजूद शिक्षक तथा छात्राओं को साइबर अपराध के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें इससे बचने के तरीकों के बारे में अवगत करवाया।
स्कूल प्रिंसिपल द्वारा पूरी पुलिस टीम का भव्य स्वागत किया गया और छात्रों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक करने के लिए स्टेज पर आमंत्रित किया जहां साइबर अपराधों के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि जब आप सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा एक्टिव रहते हैं तो यह अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति आपके द्वारा अपलोड की गई जानकारी का गलत फायदा उठाकर अपने लालच के लिए उसका गलत उपयोग करते हैं।
आजकल फेसबुक व्हाट्सएप या अन्य बहुत सारी सोशल साइट्स पर वीडियो कॉल स्कैम चल रहा है जिसमें कोई लड़का या लड़की आपको अश्लील वीडियो कॉल करने का ऑफर देते हैं जिसके झांसे में आकर कुछ युवा उनके साथ अश्लील वीडियो कॉल पर बात कर लेते हैं। वीडियो कॉल के दौरान अपराधियों द्वारा यह कॉल रिकॉर्ड कर ली जाती है जिसमें वीडियो कॉल करने वाले का चेहरा दिखाई देता है।
इसके पश्चात अपराधियों का पीड़ित को ब्लैकमेल करने का सिलसिला शुरू होता है। अपराधी उस व्यक्ति को की वीडियो को फेसबुक या व्हाट्सएप के माध्यम से उसके दोस्तों या रिश्तेदारों को भेजने की धमकी देते हैं और ब्लैकमेल करके उनसे पैसे मांगते हैं।
बदनामी के डर के कारण जब व्यक्ति एक बार इन अपराधियों को पैसे दे देता है तो वह उसे फिर से ब्लैकमेल करते हैं और बार-बार पैसे लेते हैं। इस प्रकार व्यक्ति इनके चंगुल में पूरी तरह फस जाता है और इन्हें बहुत सारे पैसे दे देता है इस प्रकार आजकल के युवा इन साइबर अपराधियों के झांसे में आ रहे हैं इसलिए सभी छात्र छात्राओं से अपील की जाती है कि वह किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ इस प्रकार की वीडियो कॉल या चैट करने से बचें तथा इस प्रकार की रिक्वेस्ट आने पर उन्हें तुरंत ब्लॉक कर दें।
यदि गलती से वह साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस जाएं तो इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें आपकी पूरी सहायता की जाएगी तथा साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसके उन्हें हवालात में भिजवाया जाएगा इस प्रकार छात्राओं तथा शिक्षकों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक किया गया। छात्राओं द्वारा साइबर अपराध के बारे में उन्हें जागरूक करने के लिए पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।
साइबर हेल्पलाइन 1930 के बारे में जागरूक करते हुए उन्होंने बताया कि अगर किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना 112 पर दे सकते हैं। इसके अलावा महिला हेल्पलाइन 1091 और बच्चों से संबंधित किसी भी अपराध के लिए वह 1098 पर संपर्क कर सकते हैं