फरीदाबाद। जिले के प्रदूषण स्तर में पिछले कुछ दिनों से उतार-चढ़ाव बना हुआ है। बारिश के कारण सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर अच्छा था। मंगलवार को भी प्रदूषण का स्तर संतोषजनक था। लेकिन, बुधवार को एक बार फिर से शहर की हवा काफी जहरीली हो गई है। बुधवार को बल्लभगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) फिर 300 के ऊपर पहुंच गया है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। बल्लभगढ़ की हवा तीसरे दिन देश में सबसे ज्यादा खराब रही।
पिछले सप्ताह की शुरुआत में बल्लभगढ़ की हवा काफी दूषित हो गई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर 350 से ऊपर बना हुआ था। रविवार को झमाझम बारिश के बाद प्रदूषण के स्तर में गिरावट होनी शुरू हुई और मंगलवार तक प्रदूषण के स्तर में गिरावट जारी रही। वायु गुणवत्ता सूचकांक घटकर 100 से नीचे पहुंच गया था। सोमवार को बल्लभगढ़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक 32 दर्ज किया गया और फरीदाबाद का 55 तक पहुंच गया था, लेकिन बुधवार को एक बार फिर से हवा दूषित हो गई हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से जारी सूची के अनुसार बल्लभगढ़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक 339 दर्ज किया गया।
मंगलवार की तुलना में यह 257 अंक अधिक है। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों की बात करें तो सेक्टर-11 क्षेत्र सबसे प्रदूषित रहा। यहां का एक्यूआई 271 दर्ज किया गया। सेक्टर-30 क्षेत्र में 233, सेक्टर-16ए का 220 और एनआईटी क्षेत्र में एक्यूआई 170 दर्ज किया गया। फरीदाबाद क्षेत्र का एक्यूआई 224 रहा, जो की खराब श्रेणी में आता है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की क्षेत्रीय अधिकारी स्मिता कनोडिया ने बताया कि हवा की गति कम होने से प्रदूषित कण एक जगह एकत्र होने लगते हैं। इससे वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर बढ़ने लगता है। तेज हवा चलने या बारिश होने की स्थिति में प्रदूषण पूरी तरह से कम हो जाएगा। विभाग की ओर से प्रदूषण रोकथाम के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।