फरीदाबाद। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा एनसीआर क्षेत्र में कार्यरत सभी औद्योगिक संगठनों की एक वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। बैठक में फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान बीआर भाटिया ने आपातकाल में डीजल जनरेटर को चलाने की अनुमति देने की मांग की। लेकिन आयोग ने जेनरेटर चलाने की अनुमति देने से इंकार कर दिया।
आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एवं साथ लगते क्षेत्र में कार्यरत औद्योगिक संगठनों की सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार वर्तमान स्थिति पर राय जानने के लिए यह बैठक बुलाई थी। फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने आपातकाल में जनरेटर का प्रयोग करने पर उद्योगों को बंद करने का मुद्दा उठाया। इसके अतिरिक्त टेक्सटाइल बॉयलर,एग्रो इंडस्ट्री, रंगाई उद्योग, केमिकल एवं दवाइयां बनाने वाली फैक्ट्रियों के संबंध में भी विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान यह भी मांग की गई कि जो उद्योग अतिरिक्त ईंधन का प्रयोग करते हैं। उन्हें इस पाबंदी से दूर रखा जाए, लेकिन आयोग ने डीजल जनरेटर सेट चलाने की अनुमति नहीं दी।
फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान बीआर भाटिया ने बताया कि आयोग के समक्ष जेनरेटर चलाने की वजह से बंद की गईं फैक्टरियों का भी मुद्दा उठाया। वहीं बिजली निगम को लगातार बिजली आपूर्ति करने का आदेश देने का भी आग्रह किया गया। आयोग अब शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को अपनी कार्रवाई से अवगत करवाएगा। उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर को बंद की गई फैक्टरियों में से कुछ फैक्टरियों को खोलने का आदेश दिया गया है। जबकि कुछ और फैक्टरियों को बंद किया गया है। इस बैठक में एसोसिएशन के महासचिव जसमीत सिंह, पर्यावरण पैनल के अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल, आरएन माहेश्वरी आदि मौजूद थे।