फरीदाबाद: क्लासमेट को चॉकलेट देने के शक में 11वीं कक्षा की छात्रा को स्कूल में टॉर्चर करने का आरोप लगाया गया है। इस हड़बड़ाहट में छात्रा तीसरी मंजिल से नीचे गिर गई, जिससे फ्रैक्चर आने के साथ ही वह गंभीर घायल हो गई। इलाज के लिए छात्रा को दिल्ली एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराना पड़ा। अब हालत बेहतर होने पर छात्रा घर आ गई है।
छात्रा ने वीडियो वायरल कर लगाई गुहार
वहीं, इस मामले में कोई कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल करके मदद की गुहार लगाई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि पीड़िता के पिता ने 1 दिसंबर को इस संबंध में छायंसा थाने में शिकायत दी थी, लेकिन आज तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। परिवार का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन फैसले के लिए दबाव बना रहा है। वीडियो वायरल होने पर संज्ञान लेते हुए सोमवार को शिक्षा विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में कई अनियमितताएं सामने आना बताया जा रहा है।
बल्लभगढ़ के पन्हेडा खुर्द के जेसीएम इंटरनैशनल स्कूल की घटना
घटना बल्लभगढ़ के पन्हेडा खुर्द के जेसीएम इंटरनैशनल स्कूल की है। छात्रा के पिता करतार सिंह ने बताया कि मामला 26 अक्टूबर का है। उनकी बेटी इस स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ती है। उन्होंने एनबीटी न्यूज़ को बताया कि कुछ छात्राओं ने उनकी बेटी के खिलाफ एक छात्र को चॉकलेट देने की झूठी शिकायत स्कूल के डायरेक्टर राजू से की थी। इस बात को सुनकर डायरेक्टर राजू उनकी बेटी को लंच टाइम में अपने ऑफिस में ले आए और उससे चॉकलेट देने की बात पूछी। जवाब में उनकी बेटी ने बताया कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया है, इस पर पैरंट्स को बुलाने की बात कही गई।
चोटी खींचकर छात्रा की पीठ पर थप्पड़ मारे
करतार सिंह का आरोप है कि यह बात सुनते ही राजू ने कहा कि तुम जैसे बच्चे किसी के कंट्रोल में नहीं होते और चोटी खींचकर छात्रा की पीठ पर थप्पड़ मारे। थप्पड़ मारने के बाद स्कूल की प्रिंसिपल रचना से भी उसे पीटने को कहा। प्रिंसिपल ने पहले थप्पड़ मारे फिर नीम के डंडे से उसकी पिटाई की। पिटाई के दौरान काफी चोटें आई। इसके बाद छात्रा को ऑफिस में बंद कर दिया गया है। आरोप है कि करीब दो से ढाई घंटे के बाद छात्रा को बाहर निकाला गया और फिर से पीटने की कोशिश की। इस दौरान छात्रा ऑफिस से भागकर स्कूल के तीसरे फ्लोर पर आ गई, जहां हड़बड़ाहट व डर के कारण वह तीसरी फ्लोर से नीचे गिर गई
7 दिन दिल्ली एम्स में रही भर्ती
इसके बाद छात्रा को स्कूल की ओऱ से दयालपुर सरकारी अस्पताल लाया गया, जहां उसकी हालात काफी गंभीर बताई गई और बीके अस्पताल रेफर किया गया। छात्रा के अभिभावकों को बताया गया कि उनकी बेटी के पैर में मोच आ गई है, उसे अस्पताल लाया गया है। अस्पताल पहुंचकर परिवार को घटनाक्रम का पता चला। वह बल्लभगढ़ के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां गंभीर हालत को देखते हुए दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। करीब एक हफ्ता इलाज चलने के बाद छात्रा को रविवार शाम डिस्चार्ज किया गया
3 प्रिंसिपल की टीम कर रही है जांच
घटना के बाद छात्रा के साथ बातचीत का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा जिस पर संज्ञान लेते हुए आनन-फानन में सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने तीन प्रिंसिपल की टीम गठित कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए है। टीम सोमवार को स्कूल पहुंची और जांच की। जिला जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने भी स्वयं स्कूल का जायजा लिया।
वहीँ इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने बताया कि स्कूल में काफी अनियमितताएं पाई गई हैं। उचित कार्रवाई की जाएगी। छात्रा के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। स्कूल ने जांच टीम को बयान दिया है कि चॉकलेट का मामला आया था, लेकिन उन्होंने मारपीट नहीं की थी। पैर फिसलने से छात्रा गिरी थी।
छांयसा एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि इस मामले में जांच की जा रही है। लड़की के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। सोमवार को मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
छात्रा तीसरी मंजिल से खुद ही गिर गई थी। स्कूल प्रशासन की ओर से उसे पीटा नहीं गया है। जब वह तीसरी मंजिल से गिरी तो उसे स्कूल के चेयरमैन राजू अस्पताल भी लेकर गए और एम्स में भी भर्ती कराया। घटना के 6 दिन बाद अंजलि के पिता हमें ब्लैकमेल करने लगे और रुपयों की डिमांड की गई। छात्रा के पिता की ओर से लगाए गए सभी आरोप गलत हैं।- रचना, स्कूल प्रिंसिपल