फरीदाबाद: 20 दिन पहले बल्लभगढ़ न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में गोली मारकर भरत सिंह नामक युवक की हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में शामिल आरोपित पुत्रवधू सहित तीनों आरोपियों को गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने इस मामले में आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। डीसीपी क्राइम क्राइम नरेन्द्र कादियान के निर्देश पर एसीपी क्राइम सुरेन्द्र स्योंराण के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए डीएलएफ क्राइम ब्रांच प्रभारी अनिल कुमार ने एक टीम गठित की गई जिसमें अनुसंधान अधिकारी एएसआई विजय टीम ने कार्रवाई करते हुए कि इस मामले में शामिल आरोपित महिला गीता को क्राइम ब्रांच डीएलएफ द्वारा पहले ही दिनांक 23 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया था।
इसके पश्चात आगामी कार्रवाई करते हुए अनुसंधान अधिकारी एएसआई विजय ने इस मामले में शामिल दो अन्य आरोपियों पंजाब निवासी दलीप उर्फ सैंडी उर्फ काली को दिनांक 4 फरवरी को गिरफ्तार करके पुलिस रिमांड पर लिया जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान उसने मामले में शामिल तीसरे आरोपी बिहार निवासी अमित उर्फ चंचल उर्फ भंगारी के बारे में क्राइम ब्रांच को सूचना दी जिसके आधार पर दिनांक 8 फरवरी को उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपियों के खिलाफ थाना सिटी बल्लभगढ़ में हत्या की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें आरोपित महिला गीता ने अपने प्रेमी दलीप और उसके साथी अमित के साथ मिलकर अपने ससुर भरत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के पीछे का कारण प्रॉपर्टी विवाद था। मृतक भरत सिंह आरोपित महिला गीता के पति विनोद का सौतेला बाप था। भरत सिंह का बेटा सूरज पिछले साल ट्रेन दुर्घटना में जान कहां बैठा था उसके पश्चात उनकी पुत्रवधू सूरज की पत्नी अपने मायके चली गई इधर विनोद की पत्नी गीता ससुर पर सारी प्रॉपर्टी अपने नाम करने के लिए दबाव डाल रही थी ।
सारी जायदाद महिला के ससुर भरत सिंह के नाम है। गीता अपने ससुर भरत सिंह पर प्रॉपर्टी अपने नाम करवाने पर दबाव बना रही थी परंतु मृतक भरत सिहं द्वारा बार-बार इंकार करने पर पुत्रवधू ने अपने ससुर हो जान से मारने की योजना बनाई। योजना के तहत वारदात की रात गीता ने दलीप को अपने घर बुलाया। दिलीप अपने साथी अमित के साथ गीता के घर पहुंचा। आरोपी दिलीप घर के अंदर चला गया वहीं आरोपी अमित घर के बाहर खड़ा होकर निगरानी करने लगा। गीता ने अपने प्रेमी दिलीप के साथ मिलकर गोली मारकर अपने ससुर की हत्या कर दी थी और वहां से प्रॉपर्टी के कागजात मोबाइल फोन तथा जेवरात लेकर फरार हो गए थे।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में आरोपी महिला के साथ उसका प्रेमी दलीप और अन्य साथी वारदात को अंजाम देने के पश्चात गिरफ्तारी से बचने के लिए जगह बदल बदल कर फरारी काट रहे थे। आरोपी दलीप गीता को करीब 6–7 साल से जानता था। लूट, चोरी तथा लड़ाई झगड़े की धाराओं के तहत आरोपी दलीप के खिलाफ गुरुग्राम में 12 तथा आरोपी अमित के खिलाफ दिल्ली में 13 मुकदमे दर्ज है और वह जेल में भी सजा काट चुके है।
इनसे पहले के मुकदमों में गीता ने ही दलीप की जमानत करवाई थी। आरोपित गीता ने कट्टा लाने के लिए अपने प्रेमी को 4000 रुपए दिए और उसी ने गीता को 2 कारतूस, देसी कट्टा तथा नींद की गोलियां लाकर दी थी। वारदात की रात आरोपित पुत्रवधू ने अपने सास-ससुर दोनों के खाने में नींद की गोलियां दे दी थी। बाद में उस उसने अपने प्रेमी को अपने घर पर बुलाया। दलीप ने गोली मारकर भरत सिंह की हत्या की थी।
आरोपी दलीप के कब्जे से एक देसी कट्टा व खाली खोल, प्रॉपर्टी के कागजात, मोबाइल फोन व जेवरात बरामद किए गए हैं। पूछताछ होने के पश्चात दोनो आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।