फरीदाबाद: क्लबहाउस ऐप मामले में फरीदाबाद से दो युवकों की गिरफ्तारी के बाद साइबर क्राइम टीम अब सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे ट्विटर फेसबुक और टेलीग्राम पर ऐसे ग्रुप में निगरानी रख रही है जिनमे किसी भी प्रकार की कोई गलत गतिविधियां हो रही है। संदिग्ध लगने वाले सोशल मीडिया ग्रुप पर निगरानी रखने के लिए पुलिसकर्मी अब ग्रुप में जुड़कर गतिविधियां रिकॉर्ड करेगी।
पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि डीसीपी मुख्यालय श्री नितिन अग्रवाल ने साइबर थाना व सेल को निर्देश दिए हैं कि वह ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म जहां लोग जुड़ कर बातचीत करते हैं उन पर नजर बनाए रखें। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों के सोशल मीडिया अकाउंट समय समय पर चेक करते रहें।
क्लबहाउस ऐप मामले में पकड़े गए सेक्टर 15a के यश की उम्र 22 वर्ष है उसके पिता की सरूरपुर में फैक्ट्री है। यश नोएडा के यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई कर रहा है। वहीं फरीदाबाद से ही पकड़ा गया जेष्णव सेक्टर 30 में रहता है वह नोएडा में बीकॉम कर रहा है।
श्री कादयान ने बताया कि सोशल मीडिया के कुछ फायदे हैं और कुछ नुकसान। यदि सकारात्मक दृष्टि से सोशल मीडिया का उपयोग किया जाए तो वह आपको समाज में चल रही गतिविधियों के बारे में अप टू डेट रखता है परंतु यदि इसका दुरुपयोग किया जाए तो इसके बहुत सारे दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत सारी अश्लील सामग्री तथा भड़काऊ पोस्ट्स भेजी जाती है लोगों के दिमाग पर बुरा प्रभाव डालती हैं जिनका नवयुवकों तथा बच्चों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और वह बहुत जल्दी इसके प्रभाव में आकर गलत रास्ते पर चल पड़ते हैं।
पुलिस उपायुक्त ने नागरिकों से अपील की है कि वह अपने बच्चों के सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखें। मोबाइल देने से पहले उसे उसमें पेरेंटल कंट्रोल सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें जिससे बच्चों की एक्टिविटी को रिकॉर्ड और अश्लील वेबसाइट्स को ब्लॉक कर सकते हैं। बच्चों के सोशल मीडिया अकाउंट में संदिग्ध गतिविधि लगे तो तुरंत मोबाइल चेक करें।
नवयुवक अक्सर एंटरटेनमेंट के लिए दूसरों की आपत्तिजनक फोटो व सूचना सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं जिसकी वजह से उनकी बहुत बदनामी होती है और इसी कारण बाद में उनके लिए मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं। उन्हें दूसरों से संबंधित गलत जानकारी पोस्ट करने से मना करें और उन्हें इसके दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करें।