फरीदाबाद-बल्लभगढ़। फरीदाबाद नगर निगम क्षेत्र में दुकानदारों द्वारा स्वयं अतिक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई को देखते हुए निगमायुक्त यशपाल यादव ने निगम क्षेत्र के लोगों को रविवार तक अतिक्रमण स्वयं हटाने का समय दिया है। ताकि जहां निगम अतिक्रमण हटाने में ज्यादा समय नहीं लगे, वहीं लोगों का अधिक नुकसान भी नहीं हो। बता दें कि निगम प्रशासन ने गुरुवार से अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर चेतावनी दे रखी थी, लेकिन उसे रोक दिया गया।
निगमायुक्त यशपाल यादव ने बुधवार की देर शाम फरीदाबाद की एक नंबर-व दो नंबर मार्केट का दौरा किया। जहां दुकानदार स्वयं अतिक्रमण हटाने में जुटे हुए थे। इधर, गुरुवार से निगम प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरूआत करनी थी, लेकिन फरीदाबाद के कुछ व्यापारी नेताओं ने गुरुवार की सुबह निगमायुक्त से मुलाकात की थी और अतिक्रमण हटाने का और समय मांगा था। इस पर निगमायुक्त ने व्यापारियों को चार दिन का और समय दिया है। सोमवार से निगम प्रशासन अपना अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाएगा। व्यापारियों ने निगमायुक्त के द्वारा दिए गए समय से राहत की सांस ली है।
इधर, बल्लभगढ़ में दोपहर करीब 12 बजे संयुक्त आयुक्त अनिल यादव ने अपनी कार में बैठकर पूरे शहर की सभी मार्केट का दौरा किया। हालांकि इस दौरान वह अपनी कार से नीचे नहीं उतरे, लेकिन उन्होंने शहर की मार्केट में चल रही कार्रवाई को पूरी तरह अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया। इस दौरान उन्होंने हिन्दुस्तान को बताया कि उन्होंने दौरे दौरान पाया कि काफी दुकानदारों ने अपने अतिक्रमण हटा लिए हैं, लेकिन कुछ दुकानदार अभी अतिक्रमण हटाने को राजी नहीं है। शायद उन्हें जेसीबी की ही भाषा समझ में आएगी, लेकिन उन्होंने दुकानदारों को चेतावनी दी कि वह स्वयं अतिक्रमण हटा लें अन्यथा उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
नगर निगम की तीन बुलेरो गाड़ियों में निगम अधिकारी एवं कर्मचारी सवार होकर गुरुवार सुबह करीब 11 बजे अलग-अलग क्षेत्र में निकल पड़े। जहां उन्होंने दुकानदारों को स्वयं अतिक्रमण हटाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने दुकानदारों को समझाया कि निगम की जेसीबी अवश्य चलेगी, जिसमें उनका नुकसान ज्यादा हो जाएगा। इसके अलावा उन्हें जुर्माना भी देना पड़ेगा। इसके बाद कई जगह दुकानदार अपने-अपने अतिक्रमण को हटाने में जुट गए।
अतिक्रमण हटाने को लेकर दुकानदार दहशत में
गुरुवार की सुबह बल्लभगढ़ व एनआईटी एक नंबर के बाजार में पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ था। दुकानें खुली जरूर थी, लेकिन दुकानदार अपनी-अपनी सीटों की बजाय दुकान के बाहर-भीतर आवाजाही करने में लगे हुए थे। पटरी व रेहड़ी वाले तो दुकानों के आसपास घुमते नजर आ रहे थे। दोनों बाजार काफी खाली-खाली नजर आ रहे थे। दुकानदार यहीं सोच कर परेशान थे कि आखिर निगम प्रशासन तोड़फोड़ करने नहीं आ जाए। लेकिन दोपहर बाद जब दुकानदारों को सूचना मिली प्रशासन आज अतिक्रमण नहीं हटाने आ रहा तब कहीं जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।