फरीदाबाद। स्वच्छ बनेगा फरीदाबाद अभियान के तहत शनिवार को एनएच इलाकों के बाजारों से अतिक्रमण हटाने अभियान शुरू किया गया। भारी पुलिस बल के बीच नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते ने एनएच-पांच इलाके में दो सौ से अधिक दुकानों के सामने से अतिक्रमण हटा दिया। इस दौरान कुछ दुकानदारों ने विरोध भी किया, लेकिन पुलिस बल के आगे उनकी एक नहीं चली। यह अभियान तीन दिन तक चलेगा।
नगर निगम का तोड़फोड़ दस्ता शनिवार को एनएच-पांच में पहुंचा और दुकानों के सामने से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया। कुछ दुकानदारों ने विरोध शुरू कर दिया। विरोध के बीच दुकानों के छज्जे और टीन शेड तोड़े दिए गए। बाजार में दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। आरोप है कि सड़क पर रेहड़ी-पटरी वालों से प्रतिदिन का मोटा किराया लेकर उन्हें दुकानदार बैठा लेते हैं। तोड़फोड़ दस्ते को देख कई दुकानदार तो दुकानों में ताले लगाकर फरार हो गए। वहीं रेहड़ी-पटरी वाले अपने सामानों को लेकर गलियों में छिप गए।
दुकानदारों ने आरोप लगाया कि नगर निगम तोड़फोड़ के दौरान पक्षपात की कार्रवाई कर रहा है। दुकानदारों ने कहा कि ये टीन शेड बीते 20 सालों से बने हुए थे। निगम दुकानों के बाहर लगे शेड, सीढ़ी, बेंच और तिरपाल को हटा दिया गया। दुकानदारों को चेतावनी दी कि अगर दोबारा अतिक्रमण किया तो सामान को जब्त कर लिया जाएगा। अतिक्रमण हटाओ अभियान आगे भी जारी रहेगा।
अतिक्रमण से दिक्कत : स्थानीय निवासियों ने बताया कि एनएच इलाकों के बाजार एक, दो, तीन व पांच में अतिक्रमण के कारण निकलना मुश्किल हो जाता है। लोगों का कहना है कि एनएच इलाकों के बाजार के अलावा पुराना फरीदाबाद, सराय ख्वाजा बाजार, वायु सेना मार्ग का बाजार, गुरुद्वारा मार्ग जवाहर कॉलोनी का बाजार, सेक्टर-तीन का बाजार, सेक्टर-सात का बाजार आदि इलाकों के बाजारों में भी अतिक्रमण है। बाजारों में अतिक्रमण का आलम कुछ ऐसा है कि अगर बाजार में कोई आगजनी की घटना हो जाए तो दमकल गाड़ियों का मौके तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए अतिक्रमण को हटना बेहद जरूरी है। यह सभी के हक में है।
व्यापारी नेताओं के आने पर रोका गया अभियान : एनएच-पांच में जब अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा था, तभी कुछ व्यापारी नेता पहुंच गए। उनके बीच में आने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान को बीच में रोक दिया गया। एनएच-पांच बाजार के प्रधान सतनाम सिंह मंगल ने बताया कि व्यापारियों की निगमायुक्त के साथ बैठक हुई थी। उसमें चार से छह फुट तक पर सहमति बनी थी। इससे अधिक का अतिक्रमण हटाने में व्यापारी सहयोग करेंगे। व्यापारी अजय खरबंदा ने कहा कि निगम की इस तरह की कार्रवाई से नुकसान होता है। दुकानदारों को समझाया जाएगा। ताकि वह अतिक्रमण खुद हटा लें।