cyber crime : साइबर अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में फरीदाबाद के सेक्टर-22 में रहने वाले 80 वर्षीय शिव प्रकाश शर्मा के साथ ₹33.56 लाख की धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है।जो सोचने पर मजबूर कर रहे है , कितने ही प्रयासो के बाबजूद भी ठग कामयाब हो रहे है ।
शिकायतकर्ता शिव प्रकाश शर्मा, जो पहले निजी नौकरी में कार्यरत थे और अब सेवानिवृत्त हैं, ने बताया कि 9 जनवरी 2025 को उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का अधिकारी बताया और उनके बैंक खातों की “सुरक्षा” के नाम पर उन्हें अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने को कहा। ठग ने यह भी कहा कि उनकी मोबाइल सेवा रोक दी जाएगी यदि वे निर्देशों का पालन नहीं करते।
शिकायतकर्ता ने डर और भ्रम के चलते इंडियन बैंक, एचडीएफसी बैंक, और पंजाब नेशनल बैंक समेत अन्य खातों में कुल ₹33.56 लाख ट्रांसफर कर दिए। बाद में उन्हें ठगी का एहसास हुआ, जिसके बाद उन्होंने 19 जनवरी 2025 को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
cyber crime पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
शिव प्रकाश शर्मा की शिकायत पर साइबर अपराध शाखा, एनआईटी सेक्टर-19 ने एफआईआर दर्ज कर ली है। घटना की जांच भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4) BNS और संबंधित साइबर अपराध धाराओं के तहत की जा रही है।
cyber crime सावधानी बरतने की सलाह
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी अज्ञात व्यक्ति से आए कॉल पर अपनी निजी या बैंकिंग जानकारी साझा न करें। यदि कोई व्यक्ति बैंक अधिकारी या सरकारी प्रतिनिधि बनकर आपसे संपर्क करे, तो तुरंत संबंधित बैंक या संस्था से पुष्टि करें।
इस घटना ने फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि साइबर अपराधी बुजुर्गों और भोले-भाले लोगों को अपना आसान शिकार बनाते हैं। सभी नागरिकों को सतर्क रहने और ऐसे मामलों में तुरंत पुलिस से संपर्क करने की सलाह दी गई है।