फरीदाबाद। कोरोना और ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच 35वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले के आयोजन पर 15 जनवरी को निर्णय लिए जाने की संभावना है। इस बीच मेला आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। हरियाणा सरकार 15 जनवरी को बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के मद्देनजर विभिन्न विषयों की समीक्षा करेगी। इसमें हरियाणा पर्यटन विभाग की तरफ से सूरजकुंड मेले के आयोजन पर भी समीक्षा होगी।
इस बीच जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों ने मेला परिसर में तैयारियों के लिए के एक निजी कंपनी को काम सौंप दिया है। लेकिन अभी बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के मद्देनजर तैयारियों का काम धीमा है। 15 जनवरी को समीक्षा के बाद तैयारियों में तेजी आएगी या फिर तैयारियों को रद्द कर दिया जाएगा।
कोरोना के कारण बीते वर्ष 2021 में मेले का आयोजन रद्द कर दिया गया था और इस बार भी आयोजन के रद्द होने की तलवार लटक गई है। एक पखवाड़े के इस मेले को दस लाख से अधिक लोग देखते हैं। ऐसे में यहां कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका अधिक रहेगी। अगर मेले का आयोजन किया गया तो चार से 17 फरवरी तक मेला परिसर में लोककलाकारों और हस्तशिल्पियों की धूम रहेगी। मेले का भागीदार देश ब्रिटेन को तय किया गया है।
जबकि 22 साल बाद एक बार फिर जम्मू-कश्मीर को मेले का थीम स्टेट बनाया गया है। इससे पहले जम्मू-कश्मीर वर्ष 2000 में इस मेले का थीम स्टेट बना था। इसलिए मेला परिसर को जम्मू-कश्मीर की लोकसंस्कृति से सरोबार किया जा रहा है। मेला अधिकारी राजेश जून ने बताया कि मेले की तैयारिया फिल्हाल जारी हैं। लेकिन 15 जनवरी को समीक्षा बैठक में सरकार निर्णय ले सकेगी।