पलवल। शहर में चारों तरफ गंदगी के ढ़ेर लगे हुए हैं। कहीं, गलियों में सीवर का गंदा पानी भरा पड़ा है तो कहीं, खाली प्लॉट में कूड़े का अंबार लगा हुआ है। इससे लोगों में डेंगू, मलेरिया फैलने का डर बना हुआ है।
शहर की आबोहवा भी पूरी तरह दूषित हो चुकी है। लोग बार-बार पार्षद व नगर परिषद के अधिकारियों के पास जाकर अपना दुखड़ा रो रहे हैं लेकिन गंदगी का सफाया नहीं हो पा रहा है।
शहरवासी जिला व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष बलराम गुप्ता, लक्षमण व मोहित सहित अन्य लोगों का कहना है कि शहर के चारों तरफ गंदगी फैली हुई है। कहीं से निकलना दूभर हो रहा है। गंदगी के ढेर लगे हुए हैं जिनमें से तीव्र बदबू आती है और लोग बीमरियों का शिकार हो रहे हैं। विभाग से कई बार शिकायत की जा चुकी है कि शहर में फैली गंदगी का कोई समाधान निकाला जाए लेकिन कोई नहीं सुनता है।
लोग हो रहे बीमारियों का शिकार- सीएमओ डाक्टर ब्रह्मïदीप ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पहले ही चेतावनी दे चुका है कि जहां गंदगी होगी वहीं बीमारी पनपेगी। लोगों में तेजी से फैल रहे वायरल, डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां गंदगी के कारण फैल रहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक करने के लिए कैंप भी लगा रहा है ताकि लोग अपने आसपास गंदगी जमा ना होने दें। गंदगी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड रहा है। गंदगी के कारण लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि अगर रोगों से बचना है तो अपने आसपास गंदगी जमा ना होने दें।
इन स्थानों पर लगे रहते हैं कूड़े के ढ़ेर
शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे रोड, आगरा चौक, रसूलपुर रोड, न्यू कालोनी, पैंठ मोहल्ला, अलावलपुर चौक, आदर्श कालोनी, न्यू एक्स्टेन्शन कालोनी, मोहन नगर, कैलाश नगर समेत अनेक स्थानों पर गंदगी के ढ़ेर लगे हुए हैं।
सफाई व्यवस्था के हालात
शहर को साफ करने के लिए प्रतिमाह करीब 70 लाख खर्च किए जाते हें लेकिन फिर भी शहर कूड़ा घर बना हुआ है घर-घर से कूड़ा एकत्रित करने के लिए 44 गाड़ी लगाई हैं। इसके साथ ही शहर में गंदगी के पॉइंटों से कूड़ा इकट्ठा करने के लिए छह ट्रैक्टर भी लगाए गए हैं। 147 कर्मचारी निजी कंपनी के द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए लगाए गए हैं। नगर परिषद शहर की सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाल रही कंपनी पर 10 लाख का जुर्माना लगा चुकी है।