शहर में नशे का पर्याय बन चुके लाला की आज मौत हो गई। पिछले कई दिनों से उसका इलाज दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में चल रहा था।
सूत्रों के मुताबिक लाला की मौत जहर के खाने से हुई है हालांकि अभी सफदरजंग अस्पताल में ह़ुए लाला के शव के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आई है।
बताया जाता है कि समाज सेवी पवन खन्ना के बेटे कविश खन्ना की हत्या के आरोप में गिरफ्तार लाला हाल ही में जमानत पर जेल से छूट कर आया था। फिलहाल लाला पर छोटे बड़े 17 मुकदमे चल रहे थे और वह फरीदाबाद में नशे के सबसे बड़े कारोबारी के रूप में कुख्यात था। सेक्टर 22 के मछली मंडी इलाके में लाला की सक्रियता थी।
मौत में भी है पेंच
लाला करोड़ों रुपये साल का नशे का कारोबार करता था लेकिन उसे नजदीक से जानने वाले लोग बताते हैं कि लाला कभी किसी तरह का कोई नशा खुद नहीं करता था। यहां तक की लाला को किसी ने गुटखा खाते भी नहीं देखा और अनपढ़ लाला किसी भी तरह के डिपे्रशन में भी नहीं था। फिर उसके शरीर में जहर कैसे गया। अब शायद पुलिस इस एंगल से भी जांच करेगी। बताया जाता है कि अंतिम समय में लाला अपनी दूसरी पत्नी प्रियंका और अपने दोस्त अजीत के साथ था। चंद रोज पहले करोड़ों रुपये के ड्रग्स डीलर लाला को तबियत खराब होने पर सेक्टर 22 के एक मामूली से नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। कई घंटे बाद जब पहली पत्नी अनु को सूचना मिली तो लाला को फरीदाबाद से लेजाकर दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
मछली मंडी वालों के लिए रॉबिन हुड था लाला
लाला सेक्टर 22 मछली मंडी से अपना यह रैकेट चलाता था। इस पूरे इलाके में लाला हर व्यक्ति के लिए मददगार था। वह यहां लोगों की जरूरत के वक्त उनकी रुपये पैसे व अपनी पहुंच से मदद करता था। हाल ही में जेल से लौटने के बाद लाला ने यहां एक भव्य देवी जागरण का भी आयोजन किया था। लाला द्वारा एक मंदिर की स्थापना भी इस मछली मंडी इलाके में की गई है।
कहां है लाला का करोड़ों रुपया
लाला की मौत के बाद सवाल बड़ा है कि लाला का कमाया करोड़ों रुपया कहां है। कहीं उसी रुपये के चक्कर में तो लाला को जहर नहीं दे दिया गया। बड़ा सवाल है कि आखिर लाला की मौत कैसे हुई।