फरीदाबाद। ग्रेटर फरीदाबाद विकसित होने से पहले जहां नहर पार में हरियाली ही हरियाली नजर आती थी, आज वहां हरियाली गायब हो गई है। खेतों में लहलहाती हरियाणा की जगह अब बहुमंजिला इमारतें बन चुकी हैं, इससे अब यहां हरियाली पूरी तरह गायब हो चुकी है। ग्रेटर फरीदाबाद की सड़कों के किनारे धूल ही धूल उड़ती नजर आती है। यहां विकसित हो चुकी सोसाइटियों में आकर बसे निवेशकों को उम्मीद थी कि यहां आने वाले दिनों में पेड़-पौधे लगाए जाने के बाद पूरा वातावरण रोमांचित नजर आएगा, लेकिन हकीकत इससे काफी परे हैं।
सड़क किनारे उड़ती रहती है धूल
ग्रेटर फरीदाबाद की मास्टर रोड सेंटर वर्ज के अलावा अन्य सड़क किनारे को हरियाली युक्त बनाए जाने के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से बड़े-बड़े दावे किए गए थे, इस पर काफी बजट भी खर्च किया गया। सेंटर वर्ज समेत काफी इलाकों में पौधा लगाए जाने का अभियान भी चलाया गया, लेकिन अब एक दशक बाद यहां हरियाली गायब नजर आ रही है। सेंटर वर्ज के अधिकांश स्थानों पर धूल उड़ती नजर आती है। इसी तरह सड़क किनारे मास्टर सीवरेज लाइन बिछाए जाने के बाद हालत और भी बदतर हो गई है। यहां धूल ही धूल नजर आने लगी है। हालांकि कुछ आरडब्ल्यूए, बिल्डर व सोसाइटियों ने अपने स्तर पर पर्यावरण सुधारने की दिशा में कदम जरूर बढ़ाए हैं, लेकिन हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की अनेदखी के चलते ग्रेटर फरीदाबाद से हरियाली निरंतर गायब होती जा रही है।
हुडा का ग्रेटर फरीदाबाद में नहीं है अपना कोई पार्क
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से ग्रेटर फरीदाबाद में प्लॉट अलाट किए। इन सेक्टरों में हुडा की ओर से पार्क विकसित किए जाने थे, लेकिन अभी तक वहां पार्क विकसित नहीं किए जा सके हैं, इसके चलते हुडा के प्लॉट धारक अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि ग्रेटर फरीदाबाद में एक भी ऐसा पार्क नहीं, जहां लोग सुबह-शाम घूम सकें। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के बागवानी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उनका ग्रेटर फरीदाबाद में कोई पार्क नहीं है। जो पार्क हैं, वह बिल्डर को ही डेवलेप करने हैं।
75 मीटर सड़क किनारे हैं ग्रीन बेल्ट
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एसडीओ अवनीश त्यागी ने बताया कि ग्रेटर फरीदाबाद में केवल 75 मीटर सड़क किनारे में ग्रीन बेल्ट है। इसके अलावा किसी भी सड़क किनारे में ग्रीन बेल्ट नहीं है। मास्टर रोड समेत अन्य सड़कों के सेंटर वर्ज को पूरा ग्रीन किया जाएगा। इस दिशा में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से फरवरी मार्च में अभियान चलाया जाएगा। इससे पहले भी कई हजार पौधे लगाए जा चुके हैं लेकिन अवैध रूप से क्रॉसिंग व आवारा पशुओं के चलते कई बार पौधे खराब हो जाते हैं। जिनका समय-समय पर ध्यान रखा जाता है।