फरीदाबाद। सेक्टर-30 स्थित पुलिस लाइन में मंगलवार रात महिला हवलदार की गला दबाकर हत्या करने के बाद के उनके पति ने पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। सेक्टर-31थाना पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के हवाले कर दिया है। पुलिस ने महिला हवलदार के पिता की शिकायत पर हत्या के आरोप में उसके पति के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक, रेवाड़ी के बालधन गांव निवासी 38 वर्षीय सरोज यादव की 2005 में महेंद्रगढ़ के नानकवास गांव निवासी धर्मेंद्र से शादी हुई थी। 2010 में सरोज यादव हरियाणा पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हो गई थीं। 2018 में पुलिस विभाग ने उन्हें हवलदार के पद पर पदोन्नति दी थी। फिलहाल वह एनआईटी थाने में तैनात थीं।
उनका पति धर्मेंद्र अपनी टैक्सी चलाता था। दंपति का एक 14 वर्षीय बेटा भी है। मंगलवार रात को उनका बेटा पुलिस लाइन में ही ट्यूशन लेने चला गया था। देर रात वह टयूशन से घर लौटा तो उसने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुलने पर वह पड़ोसी के घर में जाकर सो गया। बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे दूधिया महिला हवलदार के घर दूध देने के लिए पहुंचा।
उसने दूध देने के लिए कई बार महिला हवलदार और उसके पति को आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा खटखटाने पर भी जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो उसने पड़ोसियों को इस बारे में जानकारी दी। पड़ोसी पुलिसकर्मियों ने महिला के घर में झांककर देखा तो उसका पति फंदे से लटका हुआ था। वहीं महिला हवलदार का शव बेड पर पड़ा हुआ था। यह देखकर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। इस मामले की सूचना तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम नंबर- 112 पर दी गई।
सूचना मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंखे पर लटक रहे पति के शव को नीचे उतारा। उसके बाद दोनों शवों को बीके अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने भी घटनास्थल का मौका मुआयना किया। इसके बाद पुलिस ने इस घटना की सूचना मृतक दंपति के परिजनों को दे दी। बुधवार दोपहर को परिजन फरीदाबाद पहुंच गए।
पुलिसकर्मियों का कहना है कि महिला के पति ने अपने बेटे को फोन कर बोला था कि देर तक पढ़ कर आना। इससे जाहिर होता है कि धर्मेंद्र ने पहले ही अपनी पत्नी की हत्या की योजना बना ली थी। महिला के गले पर टेप भी लगी मिली है। पुलिस का मानना है कि सांस को बिल्कुल रोकने के मकसद से उसने टेप लगाई होगी। इसके बाद उसने चुनरी के फंदे से पंखे से लटककर जान दे दी।
पति के बेहतर नौकरी को लेकर होती थी तकरार
महिला हवलदार की हत्या और उसके पति द्वारा आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की पुख्ता वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। हालांकि, पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह का कहना है कि महिला हवलदार का पति धर्मेंद्र अपनी टैक्सी चलाता था। महिला उससे टैक्सी के बजाय नौकरी का कोई और बेहतर विकल्प अपनाने के लिए कहती थी। इसी को लेकर उनके बीच तकरार होती रहती थी। मंगलवार रात को भी इस बात को लेकर बहस हुई थी।
यह गृह क्लेश का मामला है। यह बहुत दुखद घटना है। महिला हवलदार के पति के खिलाफ हत्या के आरोप में मामला दर्ज किया जा रहा है। एनआईटी महिला थाना एसएचओ माया देवी ने बताया कि यह बेहद अफसोसजनक घटना है। हवलदार सरोज यादव बहुत मेहनती थीं। वह काम की जानकार थीं। सेक्टर-31 थाना एसएचओ बलवंत ने बताया कि दोनों पक्षों से बातचीत करने के बाद घटना की कोई खास वजह सामने नहीं आई है।
ढाई साल पहले डीसीपी ने भी पुलिस लाइन में की थी आत्महत्या
14 अगस्त 2019 को डीसीपी एनआईटी ने भी पुलिस लाइन में अपने घर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में इंस्पेक्टर अब्दुल शहीद के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।