फरीदाबाद। देवली रेलवे फाटक पर बनाए जा रहे अंडरपास का निर्माण कार्य फिर से ठप हो गया है। इस अंडरपास का निर्माण कार्य बीते दिसंबर माह में करीब 11 माह बाद शुरू हुआ था। दो माह काम चलने के बाद फिर बंद हो गया है। वन विभाग से एनओसी न मिलने तक यहां निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाएगा।
देवली रेलवे फाटक के पास कुछ जमीन वन विभाग की भी है। इस जमीन में निर्माण कार्य शुरू करने के लिए वन विभाग की एनओसी की भी जरूरत है। गत वर्ष रेलवे ने जब यहां निर्माण कार्य शुरू किया था तो वन विभाग ने बंद करवा दिया था। बीते दिसंबर माह में रेलवे ने अपनी जमीन में निर्माण कार्य शुरू कर करवा दिया था। बीते सप्ताह रेलवे ने अपनी जमीन में अंडरपास का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है।
अंडरपास के दायरे में कुछ जमीन वन विभाग की भी आ रही है। लेकिन वन विभाग से एनओसी न मिलने के कारण विभाग को अंडरपास का निर्माण कार्य रोकना पड़ गया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वन विभाग की एनओसी मिल जाती है तो पांच-छह माह के अंदर इस अंडरपास का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
दर्जनों गांवों के लोगों को लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा: अंडरपास के निर्माण कार्य की वजह से इस फाटक पर आवाजाही बंद है। इससे दर्जनों गांवों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मांदकौल, देवली और बघौला आदि गांवों के लोग अक्सर हर रोज इस फाटक का प्रयोग करते थे। यही नहीं अलग-अलग गांवों के लोग दिल्ली-आगरा हाईवे-19 पर आने-जाने के लिए इस फाटक का प्रयोग करते रहे हैं।
अब लोगों को जनौली गांव की फाटक से रेलवे लाइन पार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। देवली गांव निवासी अधिवक्ता मोहन दत्त शर्मा ने बताया कि सन 2020 वर्ष से ही यह रेलवे फाटक बंद है। इससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। लोगों की मुश्किलों को देखते हुए रेलवे को इस अंडरपास का निर्माण जल्द पूरा करना चाहिए। वन विभाग को भी इसके निर्माण के लिए एनओसी दे देनी चाहिए।
काफी लोगों की जमीन फाटक पार है। लोगों को खेतों पर भी जाने में परेशानी उठानी पड़ रही है। देवली गांव निवासी अधिवक्ता मुकेश कोटिया ने बताया कि यह इतना बड़ा कार्य नहीं है कि इसमें इतना ज्यादा वक्त लगे। वन विभाग को जनहित को देखते हुए एनओसी दे देनी चाहिए। ताकि रेलवे इस कार्य को जल्द पूरा कर सके। वन विभाग की एनओसी नहीं मिली है।