फरीदाबाद। रिहायशी इलाकों में लोगों के विवाद कम करने और अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए नगर निगम अपनी जमीन और भवनों पर मोबाइल टावर लगवाएगा। निगम ने मोबाइल लगाने के लिए टेंडर किया है। स्मार्ट सिटी में लगे मोबाइल टावर को लेकर नगर निगम ने सर्वे शुरू कर दिया है। जो टावर बिना अनुमति के लगे हैं, पहले उस कम्पनी से नगर निगम से अनुमति लेने का मौका दिया जाएगा, अगर कोई कंपनी निगम के नियमों के अनुसार काम नही करती है तो फिर उसका टावर हटाए दिया जाएगा। जेई से सर्वे की रिपोर्ट 15 दिन में रेपोर्ट मांगी गई है।
नगर निगमायुक्त यशपाल यादव के आदेश पर यह सर्वे किया जा रहा है। निगम सूत्रों के मुताबिक शहर में एक हजार से ज्यादा टावर लगे हैं। इनमें काफी टावर बिना अनुमति के लगाए हुए हैं। नगर निगम की मासिक आमदनी करीब 12 करोड़ है, जबकि खर्चा 25 करोड़ से ज्यादा है। खर्च और आमदनी के फ़ासले को कम करने के लिए नगर निगम आमदनी के नए स्रोत्र तलाश रहा है। मोबाइल टावर को अपनी जमीन पर लगाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
शहर में नगर निगम के अधीन 500 से ज्यादा पार्क हैं। इसके अलावा सामुदायिक भवन, नगर निगम के तीनों जोन में भवन हैं। इनके अलावा काफी जगह जमीन खाली हैं। निगम ने मोबाइल टावर के लिए उपरोक्त लोकेशन को ही प्राथमिकता देने का फैसला किया है।
नगर निगम के एसडीओ पदम् भूषण ने बताया कि नगर निगम अब अपनी जमीन, भवन पर मोबाइल टावर लगाने को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए टेलीकॉम कंपनियों को आमंत्रित किया गया है ताकि टेलीकॉम कंपनी लोकेशन के आधार पर अपनी जरूरत नगर निगम को बता सके। शहर के टावर का सर्वे किया जा रहा है।