फरीदाबाद। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरमैन यशवीर सिंह राठौर और प्राधिकरण के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मंगलेश कुमार चौबे ने गुरुवार कोबाल सुधार गृह और प्लेस ऑफ सेफ्टी , एनआईटी फरीदाबाद का निरीक्षण किया। बाल सुधार गृह में रह रहे 42 किशोरों और प्लेस ऑफ सेफ्टी में रह रहे 130 किशोरों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी जुटाई। इस दौरान यहां यहां बांग्लादेश मूल के दो किशोर रहते मिले। प्राधिकरण के चेयरमैन ने दोनों को बांग्लादेश भेजने का आदेश दिया है।
बांग्लादेश के एक किशोर को रेवाड़ी जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने बरी कर दिया है। जबकि दूसरे को अंडरगोन कर दिया था। दोनों किशोर बाल सुधार गृह में रह रहे थे। निरीक्षण के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने बाल सुधार गृह के अधीक्षक दिनेश यादव को इन दोनों किशोरों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने का आदेश दिया। प्राधिकरण के पैनल एडवोकेट रविंद्र गुप्ता और राजेंद्र गौतम ने इन दोनों किशोरों को बाल कल्याण समिति बाल भवन में पेश किया । इनको यहां से एसओएस बालग्राम में भेजा गया। जब तक इन दोनों बांग्लादेशियों का बांग्लादेश जाने का प्रबंध नहीं हो जाता।