फरीदाबाद: एक तरफ जहाँ कोरोना का प्रकोप फरीदाबाद से घटा तो वहीं अब डेंगू ने जिले पर हमला बोल दिया है। आए दिन डेंगू से पीड़ित गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। बीते शनिवार को भी डेंगू के चार नए मरीज फरीदाबाद से सामने आए। जिसके चलते अब जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 163 हो गई है।
बढ़ते मरीजों की वजह से अब आलम यह है कि बीके अस्पताल में बच्चों का आईसीयू नहीं होने की वजह से गंभीर मरीजों को दिल्ली रेफर किया जा रहा है। इनमें ऐसे मरीज ज्यादा हैं, जिनके प्लेटलेट्स कम हैं। एम्बुलेंस सर्विस वाले वायरल बुखार के करीब पांच मरीजों को रोजाना दिल्ली लेकर जा रहे हैं।
सरकारी और निजी बड़े अस्पतालों में बेड नहीं मिलने पर लोग नर्सिंग होम में मरीज का इलाज करवा रहे हैं। जब वहां सुधार नहीं होता है तो फिर बीके अस्पताल पहुंच रहे हैं। शनिवार दोपहर बाद गांव अनंगपुर से एक परिवार अपने बच्चे को लेकर बीके की इमरजेंसी में पहुंचा। बच्चे की हालत देखकर डॉक्टर ने उसको दिल्ली रेफर कर दिया। बच्चे के पिता ने बताया कि उनका बच्चा कई दिन से बीमार है। प्लेटलेट्स कम होने पर यहां लेकर आये हैं।
डेढ़ माह में आए डेंगू के 163 मरीज
कोरोना कमजोर पड़ने के बाद अब डेंगू लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहा है। जिले में सात साल बाद डेंगू तेजी से फेल रहा है। वर्ष 2015 में 1411 डेंगू के मरीज आये थे, उसके बाद से इस वर्ष सबसे ज्यादा 163 मरीज अभी तक आ चुके हैं। चिता की बात यह है कि सितम्बर के पहले सप्ताह से मरीजों की अचानक तेजी से संख्या बढ़नी शुरू हुई, जो अभो तक जारी है। आलम यह है कि संबंधित बीमारी के औसतन चार मरीज रोज आ रहे हैं। उपचार के लिए सरकारी अस्पतालों के मुकाबले निजी अस्पतालों में मरीज ज्यादा भर्ती हैं।