फरीदाबाद के रेलवे स्टेशन पर तीन दिन पहले एक किशोरी मिली थी। जिसे अब मुंबई पुलिस अपने साथ लेकर मुंबई ले गई है।
दरअसल यह पूरा मामला सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है।
किशोरी की दोस्ती ‛इंस्टाग्राम” पर फरीदाबाद निवासी एक किशोर से हो गई थी। वह यहां उससे मिलने आई थी। राजकीय रेलवे पुलिस ने तीन दिन पहले फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर गश्त के दौरान शक होने पर एक किशोरी और उसके साथ बैठे दो किशोरों से पूछताछ की थी।
इसमें पता चला था कि किशोरी अपने घर पर बिना बताए यहां आ गई है। किशोरी ने पुलिस को बताया था कि पहले वह अमृतसर गई थी।अमृतसर से वह फरीदाबाद आई है। इसके बाद जीआरपी ने किशोरी को बाल कल्याण समिति में पेश कर शेल्टर होम(आश्रय स्थल) भेज दिया था। राजकीय रेलवे पुलिस से सूचना मिलने पर सोमवार को किशोरी के परिजन मुंबई से फरीदाबाद में पहुंच गए थे।
उनके साथ मुंबई पुलिस भी थी। बयान दर्ज होने का बाद बाल कल्याण समिति में किशोरी को उनके परिजनों के हवाले कर दिया। राजकीय रेलवे थाना पुलिस एसएचओ सूरतपाल ने बताया कि किशोरी की जान पहचान फरीदाबाद निवासी एक नाबालिग लड़के से इंस्टाग्राम पर हुई थी। किशोरी पहले अपने घर से अमृतसर के लिए निकली थी।
फिर अमृतसर से तीन दिन पहले फरीदाबाद आ गई थी। किशोरी के बाल कल्याण समिति में दो बार बयान दर्ज हुए हैं। किशोरी ने अपने बयानों में किसी पर आरोप नहीं लगाया है। इसके बाद उसके परिजन और मुंबई पुलिस किशोरी को लेकर मुंबई के लिए रवाना हो गए।
मुंबई में किशोरी के परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ किशोरी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया हुआ था। किशोरी से मिलने रेलवे स्टेशन पर दो लड़के आए थे। किशोरी ने उनके खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है। मुंबई पुलिस ने किसी को गिरफ्तार भी नहीं किया है।