हरियाणा चुनाव में धांधली : कानून का सहारा लेगी कांग्रेस

नई दिल्ली: हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर की गई शिकायत पर इलेक्शन कमीशन के जवाब से कांग्रेस संतुष्ट नहीं है। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आयोग ने हरियाणा चुनाव को लेकर स्पष्ट जवाब के बजाय गोल-मोल जवाब दिए। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को अहंकार में डूबा हुआ बताया।

कांग्रेस के आरोप पर चुनाव आयोग ने 1600 पन्नों में एक-एक आरोप का जवाब द‍िया था। चुनाव आयोग ने कहा था कि ज‍िस तरह के आधार‍हीन आरोप लगाए गए, उससे अराजकता फैलने का डर है। इस पर कांग्रेस ने कहा कि चुनाव आयोग अगर ऐसी भाषाओं का इस्तेमाल करता रहा तो फिर पार्टी कानूनी सहारा लेगी।

Advertisement

हरियाणा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने 20 सीटों पर शिकायत की थी. कांग्रेस महासचिव प्रभारी संचार, जयराम रमेश ने शनिवार (2 अक्टूबर 2024) को कहा, “9 अक्टूबर को, वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने 20 सीटों को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी. हमारे पास दस्तावेज थे, जिसे हमने चुनाव आयोग दिखाए और उसपर चर्चा भी की. चुनाव आयोग ने कहा कि हम इसकी जांच करवाएंगें. 20 दिनों के बाद चुनाव आयोग ने इसका जवाब दिया।”

लीगल एक्शन की तैयारी में है कांग्रेस

Advertisement

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “चुनाव आयोग ने जो जवाब दिया वह कोई जवाब नहीं है, हमारी शिकायतों पर कोई टिप्पणी नहीं की गई. उन्होंने खुद को क्लीन चिट दे दी… आप एक चुनावी संस्था हैं, एक संवैधानिक संस्था हैं… मेरा चुनाव आयोग से अनुरोध है कि आप समझें कि आपका कर्तव्य क्या है, आपका कर्तव्य सुनना है, पार्टियों को गाली देना नहीं है और गैर-जैविक प्रधानमंत्री के आदेशों पर काम नहीं करना है. आप एक संवैधानिक संस्था हैं… हम VVPAT पर चुनाव आयोग से मिलना चाहते थे, उन्होंने हमसे एक से डेढ़ साल तक मुलाकात नहीं की, हमने उनसे मिलने की कोशिश की है।.”

जयराम रमेश ने कहा, “हम ये ममला उठाते रहेंगे. हम या तो अदालत जा सकते हैं या इलेक्शन कमीशन के पास जा सकते हैं. अब तक हम इलेक्शन कमीशन के पास गए उनसे मुलाकात की कोशिश की… उनको समझाने की कोशिश की. हालांकि वो हमारी सुनते हैं, लेकिन जिस तरह से खत आता है वह दुर्भाग्यपूर्ण है।”

Advertisement

26 सीटों पर ईवीएम को लेकर उठाए थे सवाल

कांग्रेस ने हरियाणा की 26 विधानसभा सीट के कुछ पोलिंग बूथ पर गिनती के दौरान ईवीएम के कंट्रोल यूनिट में बैटरी का स्तर 99 फीसदी दिखने को लेकर सवाल उठाते हुए स्पष्टीकरण मांगा था. चुनाव आयोग ने इस संबंध में कांग्रेस के आरोपों को 29 अक्टूबर 2024 को खारिज कर दिया था। चुनाव आयोग ने कहा था कि कांग्रेस पूरे चुनाव नतीजों की विश्वसनीयता को लेकर उसी तरह का संदेह पैदा कर रही है, जैसा उसने पहले किया था।

Advertisement

कांग्रेस के हालिया कदम (कोर्ट का रुख करने से जुड़े) को सियासी गलियारों में कई तरह से देखा जा रहा है। कुछ राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर कोर्ट पहुंच गई और वहां सुनवाई के दौरान फैसला उसके पक्ष में रहा तब उक्त सीटों (20) पर परिणाम कुछ और हो सकता है।

Loading

Advertisement

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *