पलवल, 20 अक्तूबर। सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि जिला के लगभग सभी गांवों में सबसे बड़े स्केल पर फौगिन करवाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों के द्वारा लगभग 1 लाख 30 हजार मलेरिया के टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमे से 3 केस पॉजिटिव पाए गए थे और 624 से भी ज्यादा (एलिसा) डेंगू के टेस्ट कर चुके हैं, जिनमें से 20 डेंगू पॉजिटिव पाए गए थे।
अब यह सभी ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। जहां पहले सिर्फ गलियों में दवाई डाली जा रही थी, अब स्वास्थ्य टीमों के द्वारा घरों में घुसकर दवाई डाली जा रही है। 600 से भी ज्यादा घरों में मच्छरों के लार्वा के लिए नोटिस दिए जा चुके हैं।
सिविल सर्जन ने सभी से अपील की है कि हर बीमारी से लडऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग को जनता के सहयोग की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। डेंगू मलेरिया के चलते और भी सख्ती बरतनी होगी। डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि बच्चों को लेकर बिल्कुल भी लापरवाही न करें।
बच्चो को पूरी बाजू के कपड़े पहनाएं व मच्छरदानी का उपयोग जरूर करें व अपने आस-पास साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। हमारी तरफ से जितनी साफ-सफाई को लेकर लापरवाही होगी उतनी ही तेजी से बीमारी फैलेंगी। डा. ब्रह्मदीप ने स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से आह्वïान किया कि वे पूरी मेहनत व लग्न से जनहित में कार्य करें व आम जनता की तकलीफ को दूर करें।
उन्होंने पलवलवासियों से अपील की कि सभी के स्वास्थ्य के लिए साफ-सफाई का होना बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग पूरी सजकता से अपने कार्य में निरंतर जुटा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बीमारी आने की एक खास वजह यहां जगह-जगह गंदगी का फैलना है। गंदे व दूषित पानी पीने से भी ज्यादातर लोग बुखार में पड़े हैं।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सैंपलिंग व ट्रीटमेंट किया जा रहा है। डॉक्टर ब्रह्मदीप ने सभी से अपील की कि अगर हम मिलकर साफ-सफाई पर ध्यान देंगे तो हम सभी बीमारियों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से पलवल जिले को स्वच्छ जिला बनाने में प्रयासरत है।
इसके साथ ही सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने रात्रि के समय नागरिक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ मीडिया प्रभारी डा. सुषमा चौधरी और कंसलटेंट डा. विपिन कुमार भी मौजूद थे। सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने औचक निरीक्षण के दौरान वार्ड में भर्ती मरीजों से मिलकर उनकी तबीयत का हाल जाना। मरीजों का चेक-अप करने के बाद सभी मरीजों का ट्रीटमेंट सिविल सर्जन ने लिखा और ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर्स को उन्हें फोलो करने के निर्देश दिए। इस दौरान नागरिक अस्पताल में पूरा स्टॉफ उपस्थित मिला।
सिविल सर्जन ने इमरजेंसी ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर व स्टाफ से बातचीत की और उनसे उनकी समस्याएं सुनकर उनका समाधान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाने के लिए पूरी तरह प्रयासरत हैं। उन्होंने सभी स्टॉफ को सख्त निर्देश दिए कि कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को जागरूक करें।
लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, हैंड सेनीटाइजर का प्रयोग करने के लिए लोगों को प्रेरित करें। डा. ब्रह्मदीप ने निर्देश दिए कि नागरिक अस्पताल में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए अपने आस-पास पानी का भराव न होने दें व हर रविवार को ड्राई डे मनाने के लिए भी लोगों को जागरूक करें।
जिला में किया जा रहा है सेरो सर्वेक्षण
सिविल सर्जन डा. ब्रह्मïदीप ने बताया कि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज द्वारा कोविड-19 सीरो सर्वे राउंड-3 का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि इस अध्ययन में हाल ही में किए गए राष्ट्रीय स्तर के सीरो-सर्वेक्षण और हरियाणा में किए गए पिछले दो सीरो-सर्वेक्षणों के साथ एकरूपता और तुलना बनाए रखने के लिए स्तरीकृत सरल यादृच्छिक नमूना तकनीक का उपयोग किया गया था।
नमूना आकार तकनीक के प्रायिकता अनुपात का उपयोग किया गया था। इसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र से 60 प्रतिशत नमूने चुने गए थे और शहरी क्षेत्र से 40 प्रतिशत नमूने चुने गए थे। इसके आधार पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से समूहों का चयन किया गया था। इस आधार पर ग्रामीण क्षेत्र के सभी गांवों और शहरी क्षेत्र के ब्लॉकों की गणना की गई।
साधारण यादृच्छिक नमूने के माध्यम से वांछित संख्या में गांवों और ब्लॉकों का चयन किया गया था, जिसमें प्रदेश के सभी जिलों को कवर किया गया। इसमें कुल 36 हजार 687 रक्त के नमूने लिए गए, जिसमें 27 हजार 977 सकारात्मक तथा 8 हजार 331 नकारात्मक, कुल 379 अनिर्णायक नमूने शामिल हैं।
जिला में 20 क्लस्टरों से कुल 800 सैंपल लिए गए, ग्रामीण क्षेत्र के 12 क्लस्टर से 480 सैंपल साइज के साथ और शहरी क्षेत्र के 8 क्लस्टर से 320 सैंपल साइज के साथ लिए गए। कुल 77.5 प्रतिशत की सकारात्मकता दर के साथ 800 नमूनों में से 620 नमूने सकारात्मक पाए गए। तीसरे दौर के सीरो सर्वे में इस्तेमाल होने वाले पैरामीटर के अंतर्गत 376 पुरूष जिनका कुल प्रतिशत 47 तथा 424 महिला जिनका प्रतिशत 53 शामिल है।