फरीदाबाद। कृषि उपनिदेशक डॉ महावीर सिंह ने कहा कि अगर कोई किसान अपनी रबी की फसलों का बीमा नही करवाना चाहता तो वे अपने बैंक में जाकर अधिकारियों से सम्पर्क जरूर करें। सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिला में रबी की फसल गेहूँ, सरसों, जौ, चना तथा सूरजमुखी का बीमा किया जा रहा है।
ज्यादातर किसानों की फसलों के बीमा के पैसे बैंक में करवाई लिमिट के आधार पर कट जाते है। मगर जिला जो किसान अपनी रबी की फसल का बीमा नही करवाना चाहते है। उनकी फसलों का भी बीमा हो जाता है। अगर कोई किसान बीमा नही करवाना चाहता तो वो अपने बैंक में जहां लिमिट /कृषि लोन करवाया हुआ है।
वहां जाकर फसल बीमा की अन्तिम तारिख 31 दिसम्बर से एक हफ्ते पहले यानी मतलव 24 दिसम्बर से पहले बैक में लिखित में देकर आए कि मैं अपनी रबी की फसलों का बीमा नही करवाना चाहता।
उन्होंने बताया कि जो किसान अपनी फसलों का बीमा करवाना चाहते है वो फसल बीमा प्रिमियम राशि 24 दिसम्बर के बाद ऑटोमैटिक कट जायेगी। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने पिछले साल की फसल की जगह अन्य/दूसरी फसल बिजाई की है तो वह फसल भी आपने बैंक में जाकर 24 दिसम्बर से पहले लिखित में दें कि मैंने अब की बार गेहूँ की जगह सरसो या चने की फसल की बिजाई सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार फसल विविधिकरण करके की है। ताकि उसी फसल का बीमा किया जा सके।
उन्होंने बताया कि प्रायः देखने में आया है कि फसल में प्राकृतिक नुकसान होने के बाद किसान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पास बीमा क्लैम की एप्पलीकेशन लेकर आते है। जब विभाग द्वारा सर्वे करने पर पता चलता है कि बीमा किसी और फसल का हुआ है तथा खेत में बिजाई किसी दूसरी फसल की की गई है। बीमा करवाने से पहले किसान इन सब बातो का ध्यान जरूर रखे।