फरीदाबाद। सेक्टर-58 स्थित औद्योगिक क्षेत्र में बनाए गए 220 केवी के बिजलीघर पर मंगलवार को लोड डाल दिया गया है। इसके शुरू होने से औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ एनआईटी क्षेत्र के इलाकों को ओवरलोड से मुक्ति मिलेगी। गर्मी के मौसम में इसका बड़ा फायदा होगा।
बिजलीघर में करीब 50 करोड़ रुपये की लागत आई है। हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड ने वर्ष 2018 के सितंबर माह में इस बिजलीघर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। अब तीन साल होने के बाद इसका निर्माण कार्य पूरा सका है।
पहले विभाग ने 31 मार्च तक इस बिजलीघर के काम को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। मगर, कभी मजदूरों की कमी के कारण तो कभी कोरोना संक्रमण फैलने के कारण इसका काम पूरा नहीं हो पा रहा था।। इसके बाद अप्रैल माह में कारोना के मामले बढ़ने से बिजली घर का निर्माण कार्य ठप हो गया था। लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद इसके काम में तेजी से काम शुरू हो सका था। कई बार मियाद बढ़ने के बाद अब जाकर यह तैयार हो पाया है।
औद्योगिक, रिहायशी इलाकों को होगा फायदा
सेक्टर-58 में जेसीबी,एस्कॉर्ट्स जैसी बड़ी कंपनियां हैं। फिलहाल यहां पर बीबीएमवी 220 केवी और झाड़सेंतली स्थित 66 केवी के बिजलीघर से बिजली आपूर्ति हो रही है। सेक्टर-58 का बिजलीघर शुरू होने से बीबीएमवी बिजलीघर का लोड भी कम हो सकेगा। यही नहीं औद्योगिक इकाइयों के लोड भी आसानी से बढ़ सकेगा। वहीं नए कनेक्शन भी जारी हो सकेंगे।
इस बिजलीघर के बनने से सेक्टर-57 58, झाइसेंतली, जाजरू, राजीव कॉलोनी, सरूरपुर सहित कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बेहतर होगी। यहीं नहीं पाली या बीबीएमवी बिजलीघर में कोई फाल्ट आता है तो आपात स्थिति में सेक्टर-58 बिजलीघर पर लोड डालकर इससे काम चलाया जा सकेगा। इस बिजलीघर के शुरू होने से एनआईटी इलाके को भी फायदा मिलेगा।
सेक्टर-58 बिजलीघर पर लोड डाल दिया गया है। गत मंगलवार को इसके ट्रांसफार्मर शुरू कर दिए गए थे। इस बिजलीघर के शुरू होने से शहर में बिजली आपूर्ति पहले से और बेहतर होगी।