फरीदाबाद। बन्दरों का उत्पात पूरे शहर से ज्यादा कोर्ट परिसर व तहसील परिसर सेक्टर-12, फरीदाबाद में है। इनके आतंक व भय की वजह से वकील अपनी सीटों पर नहीं बैठ पाकर खुले में बैठने पर मजबूर हो हैं। इस बारे में कई बार इन बन्दरों के पकडने की शिकायत को लेकर अधिवक्तागण एकत्रित होकर जिला उपायुक्त के नाम ज्ञापन भी दे चुके है। लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो सका है।
बन्दरों की ताताद घटने की वजह दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बार काऊंसिल पंजाब एण्ड हरियाणा के पूर्ण मनोनित सदस्य शिवदत्त वशिष्ठ, एडवोकेट ने कहा कि आये दिन बन्दर वकीलों व मुव्वकिलों को काट जाते है। जिसके बाद वकीलों को खर्चा करके व अस्पतालों के चक्कर काटकर टीका लगवाना पड़ता है। इस कार्यवाही में वकीलों का पैसा व समय बरर्बाद होता है, सीटों पर बैठकर वकील वकालत करना व अपने मुवक्कीलों से बात करना बडा मुशकिल हो गया है।
बन्दरों के आंतक की वजह से वकील अपनी सीटों पर बैठकर खाना नहीं खा सकते, अगर उस खाने में से बन्दरों को खाना ना मिले तो बन्दरों का झुण्ड एकत्रित होकर खाना खाने वालो पर हमला कर देता है। प्रशासन को इन बन्दरों के पकडनें के लिए उचित कदम उठाना चाहिए और इन बन्दरों को पकडकर कही दूर पहाड़ो पर छोडा जाना चाहिए। अधिवक्ता सतबीर शर्मा, कमल दलाल ने कहा कि कई बार बन्दर उनकी केस से सम्बंधित दस्तावेजों को लेकर फाड चुके है जिससे मुव्वकीलों के केसों को लड़ने में बड़ी परेशानी होती है। अब बन्दर वकीलों को टीन शेडों को कूद-2 कर तोड रहें है और अब तक काफी शेडों को तोडकर नुकसान पहुंचा चुके है। अब तो मोबाईल, नजर के चश्में आदि को सीट परे उठाकर ले जाते है।