SDM युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए प्रशासन, पुलिस और आमजन को एकजुट होकर प्रयास करना होगा। एसडीएम फरीदाबाद शिखा ने यह बात एक साप्ताहिक समन्वय बैठक के दौरान कही, जिसमें कानून व्यवस्था को मजबूत करने और नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर नजर रखने की चर्चा की गई। उन्होंने इस दिशा में सकारात्मक सार्वजनिक भागीदारी की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
SDM नशा रोकने में प्रशासन और जनता की भूमिका
एसडीएम शिखा ने कहा कि जिले में नशे के कारोबार और उपभोक्ताओं पर गंभीरता से नजर रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए पुलिस और प्रशासन को गुप्त कार्यवाही करनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने आम जनता से आग्रह किया कि यदि किसी को नशा बेचने वालों की जानकारी हो, तो वह तुरंत हेल्पलाइन नंबर 9050891508 पर जानकारी साझा करें।इसके अलावा, उन्होंने शिक्षा विभाग और ड्रग कंट्रोल सेल की भूमिका को भी अहम बताया। उनके अनुसार, जागरूकता फैलाने और युवाओं को संवेदनशील बनाने के लिए इन विभागों को अपने प्रयास तेज करने होंगे।

SDM शिक्षण संस्थानों की भागीदारी
हालांकि प्रशासन और पुलिस अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं, लेकिन शिक्षण संस्थानों की भागीदारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। एसडीएम शिखा ने सुझाव दिया कि स्कूल और कॉलेज में नियमित रूप से जागरूकता कार्यक्रम, योग कक्षाएं और मेडिटेशन वर्कशॉप्स आयोजित की जानी चाहिए। इसके अलावा, छात्रों के बैग और स्कूटी की सरप्राइज चेकिंग भी की जानी चाहिए ताकि नशे जैसी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।
परिवारों की भूमिका और काउंसलिंग
यदि किसी छात्र के पास आपत्तिजनक सामग्री मिलती है, तो उसके माता-पिता और छात्र की काउंसलिंग की जाए। यह कदम न केवल समस्या की जड़ तक पहुंचने में मदद करेगा, बल्कि परिवार को भी इस लड़ाई में सक्रिय भागीदार बनाएगा।