उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में चल रहे धर्मांतरण (conversion) रैकेट में यूपी एटीएस को बड़ी कामयाबी मिली है. यूपी एटीएस ने धर्मांतरण सिंडिकेट (conversion syndicate) के संचालन के लिए विदेशी फंडिंग के मामले में मौलाना उमर गौतम और मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार करने के बाद. मौलाना उमर गौतम के बेटे अब्दुल्ला को गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार किया है. जिसके बाद माना जा रहा है कि इस मामले में एटीएस को नई जानकारी मिलेगी. उसके बैंक खातों में 75 लाख रुपये होने की पुष्टि हुई है, जिसमें से 17 लाख रुपये विदेश से आए हैं.
दरअसल 20 जून को एटीएस ने अवैध धर्मांतरण गिरोह संचालित कर रहे कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था और अब तक अलग-अलग राज्यों से करीब 16 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. यही नहीं धर्मांतरण के लिए विदेशों से हवाला फंडिंग के भी सबूत एटीएस को मिले हैं. एटीएस को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक उमर गौतम और उसके साथियों को विदेश से करीब 57 करोड़ रुपये मिले थे. लेकिन मौलाना उमर अपने खर्च का ब्योरा नहीं दे सका है. वहीं इस मामले में अब मौलाना उमर का बेटा गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि अब्दुल्ला का बेटा मौलाना उमर गौतम, के-47 बटला हाउस, जामिया नगर, नई दिल्ली का रहने वाला है और वह इस सिंडिकेट से जुड़ा हुआ है.
धर्मांतरण करा चुके लोगों को पैसे भेजता है अब्दुल्ला
एटीएस का कहना है कि अब्दुल्ला धर्मांतरण करा चुके लोगों को पैसे भेजने का काम देखता है और इसके साथ ही सिंडिकेट के सह आरोपी जहांगीर आलम, कौसर और फयाज शाह से भी सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं. यही नहीं अब्दुल्ला मौलाना उमर द्वारा चलाए जा रहे अल फारूकी मदरसा और मस्जिद और इस्लामिक दावा सेंटर के संचालन की देखभाल करता है. इस सेंटर के लिए जरिए पूरे देश में धर्मांतरण का रैकेट संचालित किया जाता है.
अब्दुल्ला के खाते में आए 75 लाख रुपये
एटीएस का कहना है कि अब्दुल्ला के बैंक खातों में भी उन्हीं स्रोतों से भारी रकम आई है. जिनके जरिए मौलाना उमर के बैंक खातों में आई थी. वहीं अब्दुल्ला के विभिन्न बैंक खातों में 75 लाख रुपये आए हैं और इसमें 17 लाख रुपये विदेश से आए हैं. अब्दुल्ला इन पैसों को पिता मौलाना उमर के साथ के साथ धर्मांतरित लोगों को बांटता था. वहीं एटीएस पैसे के स्रोत, खर्च का ब्यौरा, अन्य साथियों के बारे में पूछताछ के लिए अब्दुल्ला को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगेगी.