फरीदाबाद: मुजेसर गॉव का मामला सामने आया जहां हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा मुजेसर पहुचे वही इंडियन यूथ कांग्रेस के दिग्गज नेता सन्नी बादल ने वाल्मीकि समाज के साथ मिलकर ज्ञापन सौपा।
इस मौके पर इंडियन यूथ कांग्रेस के दिग्गज नेता सन्नी बादल ने बताया कि मुजेसर गॉव मे वाल्मीकि समाज को शमशान घाट के लिए श्री राम स्वरूप ( नम्बरदार जी ) के द्वारा एक किला भुमि दान दी गई थी जिसका किला न 0 50/1150/12/149/14/2 49/15 है जो कि सन 1962 से बाल्मीकी समाज के लिए शमशान के लिए इस्तेमाल की जा रही थी , लेकिन आसपास मे आबादी बढ़ने के कारण और जन हित को देखते हुए , कुछ समय से इस भूमि को शमशान के कार्य वाल्मीकि समाज के द्वारा बन्द कर दिया गया ।
इस का फायदा उठाते हुए कुछ असमाजिक तत्वों ने इस भूमि पर दुकानो और वर्कशोप का निमार्ण करवा दिया , जो कि इस समय यह भुमि एक किले से केवल 2300 वर्गगज ही बची है , फिलहाल बालुजा कम्पनी के मालिक के द्वारा भी इस भूमि को कब्जा कर इस पर निमार्ण कार्य को करवाना शुरू कर दिया है ।
यदि वाल्मीकि समाज के लोग इसे कहते है कि यह एक समाजिक भुमि है आप कब्जा नहीं सकते तो वह किसी और भुमि की रजिस्ट्री को दिखाता है और कहता है कि इसी भूमि की रजिस्ट्री है जोकि 22/07/1987 को करवाई है । जो कि सही नहीं है । इस भूमि पर नीम पीपल और अन्य कई पेड़ थे जोकि 40-50 वर्ष से भी अधिक पुराने थे जो कि शुद वायु के निमार्ण में सहायक थे को भी इस कम्पनी के मालिक के द्वारा कटवा दिया गया , जिसकी शिकायत वन विभाग को भी दे दी गई है।
मुकेश गहलोत ने मुख्य रूप से कहा कि वाल्मीकि समाज की इस जमीन पर हो रहे अवैध निमार्ण कार्य को रोका जाए , इस कम्पनी के मालिक व अन्य लोगों ने जो भी जिस भी रूप में इस भूमि को कब्जा रखा है , चाहे वह दुकानों के रूप में या वर्कशाप के रूप में है इन सब अवैध कबजो को खाली कराया जाए।
वही हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा जी ने ठोस आश्वाशन दिया और कहा कि ये केश मेरी नॉलेज मे है और वो जगह आपकी है जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।
इस मौके पर मुजेसर गॉव के नम्बरदार रामस्वरूप के पौत्र मुकेश गहलोत, धर्मेन्द्र, अमित गहलोत, व जंगी गहलोत और वाल्मीकि समाज से मांगेराम जंगाडा,हुक्म दीका, कमल चंदेलिया, करतार मौर्या,सुभाष, गोपाल राजपूत, रोहतक, सुरेश खलीफा,दीपक बॉबी, रणजीत पारछा,राजू, धर्मपाल, जोगिंद्र, नीरज,नवीन चंदेलिया,सुंदरी मुजेसर,महेंद्र भट्टी, परजीत चेंता, कालू,चीकू,मुक्कू,सूरज,बिट्टू मौजूद रहे।