फरीदाबाद। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि सरकार ने किसानों के हित में सेमग्रस्त एवं लवणीय भूमि सुधार योजना लागू की है जिसके तहत किसानों के लिए पंजीकरण करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर आगामी 15 अप्रैल निर्धारित की गई है। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने सेमग्रस्त व लवणीय भूमि की समस्या को दूर करने के लिए किसानों से इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील भी की है।
इस महत्वपूर्ण योजना की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सेमग्रस्त एवं लवणीय भूमि सुधार योजना में आवेदन करने के लिए किसान को 1,000 रुपए की फीस देनी होगी जोकि किसान के अंशदान में समायोजित कर दी जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि इस योजना के तहत सभी किसानों की सहमति तथा अनुकूल कार्य दशाओं के बाद भूमि सुधार कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए किसानों से पम्प हाऊस व नागरिक संरचनाओं के लिए जमीन व सहमति ली जाएगी।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर महाबीर ने बताया कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को www.agriharyana.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। अधिक जानकारी के लिए टोल-फ्री नंबर 18001802117 पर सम्पर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जलभराव वाले क्षेत्रों में सेम व लवण की समस्या को दूर करने के लिए हरियाणा सरकार ने यह महत्वपूर्ण योजना तैयार की है। जिला में सेम व लवणीय समस्या से परेशान किसान इस योजना का लाभ उठाए।
डॉक्टर महाबीर ने आगे बताया कि जिला में किसानों को मूंग का बीज भी निशुल्क में दिया जा रहा है। यह बीज पहले आओ पहले पाओ की नीति से किसानों को दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मूंग की फसल भी भूमि में नाईट्रोजन की कमी पूरा और भूमि में लवणीयता को भी खत्म करने का काम करती है।