MBBS में एडमिशन दिलाने के नाम पर एक परिवार से ₹15 लाख की ठगी की गई। पीड़ित जितेन्द्र शर्मा, निवासी सेक्टर-55 फरीदाबाद, ने थाना सेक्टर-58 में मोनिका(पत्नी मनोज शर्मा ) शुभम तिवारी, कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष प्रियंका भारद्वाज कक्कड़ एडवोकेट कृष्णा के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत FIR दर्ज कराई है
हालांकि इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी साफ़ तौर पर देखने को मिली है तक़रीबन एक महीने बाद एफ़आईआर दर्ज की गई
कैसे रची गई ठगी की पटकथा:
जितेन्द्र शर्मा की बेटी विभा ने NEET परीक्षा 2024 दी थी। 4 जून को परिणाम आने के बाद शुभम तिवारी नामक सहपाठी ने परिवार से संपर्क किया और भरोसा दिलाया कि वह ऐसे लोगों को जानता है जो ESIC मेडिकल कॉलेज फरीदाबाद में राज्य कोटे से MBBS सीट दिला सकते हैं। शुभम के जरिए मोनिका (पत्नी मनोज शर्मा) से संपर्क हुआ, जिन्होंने ₹15 लाख में एडमिशन पक्का कराने का दावा किया।
परिवार ने आरोपियों को नकद भुगतान किया:
5 लाख – 8 जुलाई 2024
2 लाख – 9 जुलाई 2024
6 लाख – 2 अगस्त 2024
1 लाख एडवोकेट कृष्णा को – 7 जुलाई 2024
50,000 – 11 नवंबर 2024
40,000 प्रियंका को – 29 अक्टूबर 2024
फर्जीवाड़े का कैसा चला पता
आरोपियों ने न सिर्फ फर्जी प्रवेश सूची सौंपी, जिसमें विभा का नाम क्रम 50 पर था, बल्कि ESIC मेडिकल कॉलेज का फर्जी आईडी कार्ड, एडमिशन लेटर (7 अक्टूबर 2024) और एक स्थगन सूचना पत्र (24 दिसंबर 2024) भी दिया। पत्रों पर नकली हस्ताक्षर और फर्जी मोहरें थीं। सबसे गंभीर बात यह रही कि डॉ. संजय मिश्रा के फर्जी हस्ताक्षर कर आधिकारिकता का दिखावा किया गया।
जब असली कॉलेज में एडमिशन प्रक्रिया शुरू हुई और बेटी का नाम सूची में नहीं आया, तब परिवार को ठगी का अहसास हुआ। विरोध करने पर आरोपियों ने 10 लाख कॉलेज को देने और 5 लाख पेंडिंग बताकर भ्रमित करने की कोशिश की।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला:
धारा 318(4) – धोखाधड़ी और छलपूर्वक धन वसूली
धारा 336(2), 336(3) – जालसाजी व फर्जी दस्तावेज तैयार करना
धारा 340(2) – जाली दस्तावेजों का उपयोग
धारा 61(2) – आपराधिक षड्यंत्र