फरीदाबाद : फरीदाबाद की एन.एच.4 सब डिविजन में इस समय जेई एवं लाइनमैनों द्वारा डिफाल्टिंग मीटरों का खेल जमकर खेला जा रहा है और बिजली निगम के कर्मचारी लाखों के वारे-न्यारे कर रहे हैं। उन लोगों के मीटर उखाडक़र एवं जलाकर नए मीटर लगा दिए जाते हैं, जिन पर बिजली निगम के लाखों रुपए बकाया है।
इससे जहां बिजली निगम को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है, वहीं बिजली निगम के लाइनमैन एवं जेई अपनी जेबें गर्म करने में लगे हैं। वैसे तो डीएचबीवीएन फरीदाबाद के हर सर्कल में डिफाल्टिंग मीटरों का खेल खेला जा रहा है, मगर एन.एच.4 सब डिविजन में लगातार इस तरह की शिकायतें आ रही थी।
जिसको लेकर एन.एच.4 सब डिविजन से जेई सुनील सैनी, ओम प्रकाश, कुलदीप सिंह, कुलदीप शर्मा, एन.एच.2 सब डिविजन से अनिल कुमार, जवाहर कॉलोनी से प्रवीण कुमार का 31 जनवरी को शहर से बाहर ट्रांसफर कर दिया गया है।
मगर, कमाल की बात यह देखेंगे कि इन लोगों को फरीदाबाद शहर इतना रास आ रहा था, कि बाहर पोस्टिंग लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। एन.एच.4 सब डिविजन में तैनात जेई जिनका ट्रांसफर रेवाड़ी किया गया है, के बारे में तो बताया जा रहा है कि वह अपना वीआरएस लेने की तैयारी कर रहे हैं।
बिजली निगम में जेई के पद पर रहते हुए उन्होंने इतनी अकूत संपत्ति अर्जित कर ली है कि वह अब अपनी बाकी की जिंदगी चैन-सकून से गुजारना चाहते हैं। उक्त जेई के बारे में यह भी बताया जाता है कि यह करोड़ों रुपए की संपत्ति के मालिक हैं और इनके पास कई एससीओ (शॉपिंग कॉम्पलैक्स) हैं और लाखों रुपए महीने का किराए का इन्होंने साधन बना लिए हैं।
इसी प्रकार एन.एच.4 सब डिविजन में तैनात एक जेई जिनका ट्रांसफर महेन्द्रगढ़ किया गया है का मन भी वहां नहीं लग रहा है और वह फरीदाबाद वापसी की जुगत भिड़ा रहे हैं। आखिर फरीदाबाद में ऐसा क्या है, जो एक बार अधिकारी यहां आ जाता है, तो उसका अन्य जगह जाने का मन नहीं करता।
ये दोनों जेई पिलर बॉक्स मामले में भी आरोपी थे और अब डिफाल्टिंग मीटर मामले में लगातार इनकी शिकायतें जा रही थी, जिसके बाद इनके ट्रांसफर किया गया है। लेकिन, बड़ा सवाल खड़ा होता है जनता की खून-पसीने की कमाई से अपनी जेबें भरने वाले ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही नहीं होनी चाहिए। क्या नहीं होनी चाहिए ऐसे अधिकारियों की अकूत संपत्ति की जांच, जो चंद दिनों में फरीदाबाद को लूटकर धन कुबेर बन जाते हैं या यूं ही लुटता रहेगा फरीदाबाद।