अच्छी खबर : स्वास्थ्य विभाग की जांच में डेंगू के 99 फीसदी नमूने निगेटिव

फरीदाबाद। जिले में डेंगू के लक्षण वाले करीब 99 फीसदी मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि एक फीसदी मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटव आई है। इनमे भी करीब 80 फीसदी डेंगू के मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं और बाकी बीस फीसदी मरीजों का इलाज चल रहा है। जिले में डेंगू से अभी तक एक भी मरीज की मौत नही हुई हैं। जिला उपायुक्त को सौंपी गई स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में यह राहत की खबर सामने आई हैं। क्लीनिक, नर्सिंग होम के अलावा सरकारी और निजी अस्पतालों से मंगलवार तक डेंगू की जांच के लिए करीब 17 हजार मरीजों के खून के नमूने एआ चुके हैं, जिनमें 210 मरीजों।के नमूनों में डेंगू की पुष्टि हुई। मंगलवार को आये डेंगू के पांच नए मरीज भी उपरोक्त संख्या में शामिल हैं।

डेंगू के अस्सी फीसदी मरीज ठीक

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जिला में आईडीएसपी लैब, ब्लड बैंक और मॉलिक्यूलर लैब में तीन एलिसा रीडर काम कर रहे हैं। जिला में स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा नमूने लिए जा रहे हैं। जिला में इनका परीक्षण करने के बाद अब तक डेंगू के 210 मामले सामने आए हैं। इनमें से 165 लोगों का उपचार कर ठीक होने पर उन्हें अपने घरों में भेजा गया है। फिलहाल 45 डेंगू के केस एक्टिव है। मलेरिया के लिए परीक्षण किया जा रहा है। इनमें स्लाइड्स के और आरडीटी के टेस्ट शामिल हैं।

स्वास्थ्य विभाग की लैब में डेंगू जांच की किट खत्म

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डेंगू के संभावित मरीज़ों की संख्या के सामने स्वास्थ्य विभाग के संसाधन के कम पड़ रहे हैं। प्लेटलेट्स की जम्बो किट की तरह स्वास्थ्य विभाग की इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी लैब) ब्लड बैंक और मॉलिक्यूलर लैब में तीन एलिसा रीडर काम कर रहे हैं। जहां हर रोज करीब 25प एलिसा (डेंगू की जांच के लिए आये नमूनों की जांच) जांच की जाती है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक यहां तीन दिन से डेंगू की जांच के लिए इस्तेमाल की जाने वाली किट खत्म हैं। जिसकी वजह से डेंगू की जांच बंद है। डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की अचानक बढ़ी संख्या को इसकी वजह बताया जा रहा है। एक नमूने की जांच में करीब छह घण्टे लग जाते हैं। किट नही होने पर नमूनों को फ्रीज में रखा जा रहा है। ताकि जरूरत के तापमान में उसे सुरक्षित रखा सके और किट आने के बाद जांच शुरू कर दी जाएगी। इससे अस्पतालों में भर्ती मरीजों का इंतजार बढ़ता जा रहा है। खासतौर से निजी अस्पताल में मरीज को रिपोर्ट आने तक अस्पताल में ही रोका जा रहा है। उधर, मलेरिया अधिकारी डॉक्टर राभगत का कहना है कि किट मंगवाई गई हैं, बुधवार तक किट आ जाएंगी। इसके बाद जांच शुरू कर दी जाएगी।

नई फॉगिंग मशीन खरीदी जा रही

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जितेंद्र यादव, उपायुक्त-डेंगू की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन व विभिन्न विभागों द्वारा नई फागिंग मशीनों की खरीद भी की जाएगी। इन फागिंग मशीनों द्वारा अलग-अलग गांव कस्बों व शहरी क्षेत्रों में फागिंग करवाई जाएगी जिससे डेंगू के फैलाव को रोका जा सके।

उपायुक्त की अपील

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उपायुक्त जितेंद्र यादव ने नागरिकों से आग्रह करते हुए कहा कि वे स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें। सभी गड्ढों को मिट्टी से भर दें और रुकी हुई नालियों को साफ रखें। यदि आपके घर में या आसपास पानी जमा होने से रोकना संभव नहीं है तो उसमें पेट्रोल या कैरोसिन ऑयल डालें। सभी रूम कूलरों, फूलदानों का सारा पानी हफ्ते में एक बार और पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज पूरी तरह से खाली करें और उन्हें सुखाए और फिर भरें, घर में टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें, अगर रखें तो उसे उल्टा करके रखें। उन्होंने कहा कि डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, इसलिए पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें। अपने घरों में सप्ताह में एक बार मच्छर नाशक दवाई का छिड़काव अवश्य करें।

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