मुख्यमंत्री उड़नदस्ता फरीदाबाद को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि नहर पार भारत कॉलोनी फरीदाबाद के राशन डिपो धारक देवेंद्र कुमार द्वारा सरकारी राशन को असल कार्ड धारकों को वितरण ना करके कालाबाजारी करने के लिए अपने स्टॉक में रखा हुआ है, यदि अचानक से चेकिंग की जाए तो स्टॉक से ज्यादा राशन मिलेगा।
इस सूचना के आधार पर दिनांक 25.05.23 को शिव कुमार ASI मुख्यमंत्री उड़न दस्ता फरीदाबाद द्वारा अंकित हुडा उप निरीक्षक खाद्य एवं आपूर्ति विभाग फरीदाबाद व स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम देवेंद्र उपरोक्त के राशन डिपो का निरिक्षण करने के लिए पहुँची। मौका पर राशन डिपो केंद्र पर ताला लगा हुआ मिला व आसपास के लोगो से पूछताछ करने की गई और राशन डिपो केंद्र पर लिखे हुए मोबाइल न पर सम्पर्क किया गया व् उस फोन को नवल नामक व्यक्ति ने उठाया और बतलाया कि देवेंदर किसी कार्य से बाहर गया हुआ है और चाबी भी उसके पास है। काफी प्रयास के बाद राशन डिपो ना खुलने के कारण भौतिक निरिक्षण नही किया जा सका।
जिस संबंध में उच्च् अधिकारियो को अवगत करवाया गया और राशन डिपो केंद्र पर निरिक्षण कराने बारे नोटिस चिपकाया जाकर राशन डिपो पर खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा अपना ताला लगाकर सील किया गया।इस कार्यवाही को पूर्ण करने के लिए दिनांक 26.05.23 को जिला खाद्य आपूर्ति एवम उपभोक्ता मामले नियंत्रक फरीदाबाद कार्यालय द्वारा AFSO श्रीमती अंजू बाला को देवेंद्र उपरोक्त के राशन डिपो का निरीक्षण करने बारे निर्देश दिए गये व श्रीमती अंजुबाला AFSO, अंकित हुड्डा उप निरीक्षक खाद्य विभाग, सतबीर सिंह उप निरीक्षक मुख्यमंत्री उड़न दस्ता फरीदाबाद व स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम पुनः राशन डिपो का भौतिक निरिक्षण करने के लिए नहरपार भारत कॉलोनी में पहुँची।
मौका पर हाजिर मिले आसपास के लोगो से पूछताछ की गयी, उन्होंने बतलाया कि हम जब भी राशन लेने आते हैं, हमे नवल सिंह द्वारा ही राशन वितरित किया जाता है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने अवगत कराया कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार देवेंदर सिंह डिपो धारक है। इस राशन डिपो पर ऑनलाइन स्टॉक अनुसार केवल 54 किलोग्राम चीनी मौजूद होनी चाहिए थी। लेकिन भौतिक निरिक्षण पर डिपो के स्टॉक में 10 कट्टे चीनी और 494 कट्टे गेहू के मिले। इस सम्बन्ध में DFSC कार्यालय से भी जानकारी ली गई व ज्ञात हुआ कि रिकॉर्ड अनुसार इस डिपो पर जून माह के 300 कट्टे गेहू भिजवा दिया गया है। जिसका इन्द्राज 1 जून 2023 के बाद ऑनलाइन दर्ज होना है।
इस प्रकार निरिक्षण अनुसार डिपो धारक का रिकॉर्ड मिलान करने व् पूछताछ करने पर पाया गया कि राशन डिपो धारक देवेंदर व उसके सहयोगी नवल द्वारा मिलीभगत करके सरकारी राशन का वितरण असल कार्ड धारको को ना करके मशीन में कार्ड धारको का अंगूठा लगवाने के बावजूद राशन नही दिया है व राशन की कालाबाजारी करने की नियत से स्टॉक से ज्यादा सरकारी राशन रखना पाया गया है। इस प्रकार भौतिक निरिक्षण अनुसार डिपो पर साढ़े चार किवंटल चीनी और 97 किवंटल गेहू अतिरिक्त मिले है। राशन डिपो धारक देवेंदर व उसके सहयोगी नवल के खिलाफ अंकित हुडा उप निरीक्षक खाद्य आपूर्ति विभाग की शिकायत पर थाना खेड़ीपुल फरीदाबाद में अभियोग अंकित किया जा चुका है।