फरीदाबाद : शहर का एकमात्र बादशाह खान अस्पताल लापरवाही के मामलों में नंबर 1 साबित हो रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं प्राथमिक चिकित्सा अधिकारी की घोर लापरवाही के चलते डॉक्टर अपना फर्ज निभाने की बजाय फार्मेल्टी करते हुए नजर आते हैं। जिसका एक बड़ा खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। ऐसा ही मामला राजस्थान भरतपुर के रहने वाले लक्ष्मण का है, जिनको सडक़ दुर्घटना में घायल होने के बाद बीके अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने इलाज करने के बाद उसको घर भेज दिया। घर जाने के बाद उसकी तबीयत एकाएक बिगड़ी गई और उसने दम तोड़ दिया।
भरतपुर राजस्थान के रहने वाले लक्ष्मण की मोटरसाईकिल मेें सेंचूरी कास्टिंग कंपनी के पास एक तेज रफ्तार ट्रक चालक ने टक्कर मार दी। जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया। लक्ष्मण के भाई रामस्वरूप को इसकी सूचना हरपाल भाटी ने फोन पर दी, जिसके यहां लक्ष्मण नौकरी करता था। लक्ष्मण को पैर, सिर व छाती में चोट लगी थी। जिसको दीपक व उसकी मौसी का लडक़ा राजू घर पर ले आए। घर आने के बाद सुबह लक्ष्मण कहने लगा कि मुझे सिर व छाती में काफी तेज दर्द है, जिसको तुरंत अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अगर, लक्ष्मण का इलाज सही से होता और डॉक्टर लापरवाही न बरतते तो शायद उसकी जान बच सकती थी। ऐसे बहुत से मामले बीके अस्पताल में देखने को मिलते हैं, जहां बिना इलाज के ही मरीजों की छुट्टी कर दी जाती है।