फरीदाबाद : कर्मचारी भविष्य निधि के जोनल कार्यालय एवं उत्तर भारत के सैक्टर-16 स्थित ट्रेनिंग सेंटर में इन दिनों आम लोगों व काम करने वाले स्टाफ के लिए एक टिप्सी बड़ा सिरदर्द बन गई है। बताया जाता है कि कर्मचारी भविष्य निधि का जोनल कार्यालय जहां पर उत्तर भारत का ट्रेनिंग सेंटर भी चलाया जाता है, वहां पर एक डोगी को रखा हुआ है, जिसका नाम टिप्सी है।
इस डोगी को कार्यालय की जोनल हेड द्वारा पालन-पोषण किया जाता है। कार्यालय में काम करने वाले स्टाफ द्वारा इसकी पूरी खातिर एवं सेवा की जाती है और इसके लिए अलग से दूध एवं ब्रेड व रोटी की व्यवस्था की जाती है। इतना ही नहीं, कार्यालय के किचन में टिप्सी के लिए चिकन की भी व्यवस्था स्पेशल रूप से की जाती है।
हालांकि पशु संरक्षण एवं उनका पालन पोषण नेक कार्य है, बावजूद इसके यह डोगी कार्यालय में काम करने वाले स्टाफ एवं आने-जाने वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण भी बन जाती है। कार्यालय में काम करने वाले कुछ लोगों को तो यह टिप्सी काट भी चुकी है, जिसके बाद उनको इंजेक्शन भी लगवाने पड़े।
बताया जाता है कि टिप्सी नामक इस डोगी के साथ कार्यालय की जोनल हेड का विशेष लगाव है, जिसके चलते इसको हडक़ाने एवं धमकाने पर उचित कार्यवाही भी हो जाती है। स्टाफ के कुछ लोग तो इसका परिणाम ट्रांसफर के रूप में भुगत भी चुके हैं। कई बार कार्यालय में काम से आने वाले लोगों को भी टिप्सी के क्रोध का सामना करना पड़ जाता है और परेशानी खड़ी हो जाती है।
ऐसे में जोनल हेड मैडम को चाहिए कि इस डोगी जिसका नाम टिप्सी है को सरकारी कार्यालय से हटाकर कहीं अन्य सुरक्षित जगह पर रखने की व्यवस्था की जाए, ताकि सहयोगी स्टाफ व अन्य लोगों को परेशानी न हो और टिप्सी का भी अच्छी तरह से लालन-पालन हो सके। लेकिन इन तमाम चीजों को देखते हुए सवाल यह भी उठता है कि क्या सरकारी कार्यालय में आप किसी पालतू जानवर को रख सकते हैं ? इस मामले में मुख्यालय एवं श्रम मंत्रालय संज्ञान लेना चाहिए, क्योंकि ऐसा न हो ये छोटा सा मुद्दा कल को बड़ा बवाल बन जाए।