फरीदाबाद। सेक्टर-7 में माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट द्वारा जिला रेडक्रॉस सोसायटी व भगवान महावीर विकलांग सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय दिव्यांग उपकरण वितरण शिविर का तीसरे दिन मंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर द्वारा निरीक्षण किया और दिव्यांगजनों के लिए उक्त संस्थाओं द्वारा किए जा रहे इस कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि दिव्यांगता अभिशाप नहीं है। भगवान ने उन्हें स्पेशल बनाकर दिव्य शक्ति दी है। जिसके कारण सामान्य लोगों की अपेक्षा दिव्यांगों का हौसला बुलंद है। हमें उनकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। श्री गुर्जर ने कहा कि इस तरह के शिविरों से मिले लाभ से दिव्यांगों के लिए दिव्यांगता अभिशाप नहीं रहती और वे किसी के मोहताज न रहकर आत्मनिर्भर बनते हैं।
उन्होंने माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट व भगवान महावीर विकलांग सेवा समिति के इस पुण्य प्रयास की सराहना की। उन्होंने माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ दिव्यांगों के लिए बनाए जा रहे कृत्रिम हाथ व पैरों की गुणवत्ता का जायजा लिया और संतोष जाहिर करते हुए कहा कि उक्त सभी कैलीपर्स, कृत्रिम हाथ व पैरों की गुणवत्ता इतनी बेहतर है कि शिविर के शुभारंभ मौके पर हरियाणा के राज्यपाल के समक्ष इस शिविर से कृत्रिम पैर प्राप्त करने के बाद एक बच्ची ने नृत्य करके दिखाया और अपनी प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि उन्हें हर्ष है कि यह शिविर उनके संसदीय क्षेत्र में लगाया जा रहा है और बड़ी संख्या में दिव्यांगों को उपकरण दिए जा रहे हैं।
इस अवसर पर आयोजक संस्था के पदाधिकारियों महेश गटानी, रमेश झंवर, नारायण झंवर कैंप संयोजक ने केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर का शिविर में पधारने पर अगवानी की और उन्हें स्मृति चिंह भेंट की। आयोजकों ने बताया कि अब तक शिविर में कुल 986 दिव्यांगों का पंजीकरण हो चुका है तथा 600 को सहायक उपकरण वितरित किए जा चुके हैं।
शिविर में संस्था के पदाधिकारी सुशील नेवर, ओमप्रकाश पसारी, रमेश झांवर, गिरधर बिनानी, हरिप्रसाद सोमानी, दुर्गा प्रसाद मूंदड़ा, शैलेश मूंदड़ा, श्रवण निमानी, विपिन मल, राकेश सोनी, गिरीश राठी, परशुराम साबू, पुष्पा झांवर, आशु झांवर, नीतू भूतड़ा, गुलाब बिहानी, रितेश सोमानी, नंदू झांवर, डॉक्टर आरके मूंदड़ा, परशुराम साबू, सूरज रतन बागड़ी, संजय सोमानी, विनोद बिनानी, सीमा मूंदड़ा, रेखा राठी व सुरेश राठी शिविर के कुशल संचालन में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस दौरान शिविर में आने वाले लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था पूर्ण रूप से महिला टीम ने संभाली हुई है।